यूटीबी के तहत चिकित्सा विभाग की ओर से 45 नर्सिंगकर्मियों के अलावा 23 चिकित्सकों को लगाया था। डेंटल के 8 एमओ चिकित्सक सहित एएनएम आदि नियुक्त की थी। जिनकी सेवाएं 30 सितम्बर को समाप्त हो गई है। इनमें से 23 चिकित्सकों के सेवा विस्तार के आदेश बुधवार को आ गए, लेकिन शेष कार्मिक घर पर बैठे हैं। उनकी सेवा का विस्तार नहीं किया है। हालांकि सीएमएचओ की ओर से यूटीबी कार्मिकों की सेवा अभिवृद्धि के लिए निदेशालय को लिखा है। अभी तक सेवा अभिवृद्धि के निर्देश नहीं आए हैं।
इस तरह हुई थी नियुक्ति
सीएमएचओ कार्यालय की ओर से जिले में जहां पद रिक्त हैं, वहां राजपत्रित चिकित्सक एवं अराजपत्रित संवर्ग के पैरामेडिकल स्टाफ कार्मिकों को अस्थायी अर्जेंट टेम्प्रेरी बेसिस (यूटीबी) आधार पर लगाया था। जिनकी सेवा अवधि नियमित भर्ती से कार्मिक उपलब्ध होने तक या 31 मार्च 2023 तक थी। इसके बाद निदेशालय ने 30 जून 2023 तक, फिर 31 दिसंबर 2023 तक और फिर 30 जून 2024 तक तथा बाद में 30 सितंबर 2024 तक कार्यकाल बढ़ाया था।
चिकित्सालय में भी लगे हैं कार्मिक
बांगड़ मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में भी यूटीबी के आधार पर कार्मिक लगे हैं। इनके हटाए जाने से भी कार्य प्रभावित हो रहा है। उधर, राजस्थान यूटीबी नर्सेज एसोसिएशन जिलाध्यक्ष जितेन्द्र प्रजापत ने बताया कि कार्मिकों को दिवाली से पहले हटाए जाने से उनके सामने संकट खड़ा हो गया है। कार्मिकों की बहाली के लिए जयपुर में आंदोलन कर रहे है। सेवाओं का विस्तार किया जाना चाहिए।
हमने मांगे थे निर्देश
यूटीबी के आधार पर जिले में लगे कार्मिकों को लेकर निर्देश मांगे थे। जिले के 23 चिकित्सकों के सेवा विस्तार के आदेश आए है। जबकि अन्य के नहीं मिले है। - डॉ. विकास मारवाल, सीएमएचओ, पाली