दरअसल, रेलवे की महत्वपूर्ण डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के तहत एलएण्डटी को करीब सात हजार करोड़ का कार्यादेश जारी किया गया था। इसके तहत उत्तर परिश्चम रेलवे के अजमेर मंडल में रेलवे ट्रेक व पुलिया का निर्माण करवाया गया। हाल ही के दिनों में बारिश हुई थी। उसके बाद कई जगह पुलिया व ट्रेक धंसने की खबरें आई है। इधर, फालना प्लेटफार्म पर जाने के लिए यात्रियों की सुविधा के लिए पदचाप पुलिया बनाया गया था, लेकिन, उसकी मिट्टी धंस गई है। इसी प्रकार जवाली व रेलवे अण्डर पास संख्या 83 पर भी रेलवे लाइन दब रही है। इससे हादसे की आशंका भी सताने लगी है।
राज्य सरकार को लिखा था पत्र
इस कम्पनी की तरफ से रेलवे लाइन बिछाने के लिए जो मिट्टी में उपयोग में ली गई थी। उसकी रॉयल्टी अदा नहीं की गई थी। इस पर उपखण्ड अधिकारी बाली डॉ. भास्कर बिश्नोई ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर बड़ी मात्रा में मिट्टी का अवैध खनन करने के मामले की जांच कर राजस्व वसूलने की बात कही थी।
मिली है सूचना
हां, मुझे सूचना मिली है। रेलवे लाइन का बैठना गंभीर मामला है। इसकी जांच के लिए जो उचित होगा, वह कार्रवाई की जाएगी। इस बारे में अधिक जानकारी उप परियोजना प्रबंधक को ही है। -सुनीलसिंह, मुख्य महाप्रबंधक, डीएफसीसीआइएल परियोजना