इधर, पाली पुलिस का दावा है कि अपराधों पर अंकुश लगाने में पाली रेंज प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। जनवरी से मार्च तक 115 मामले दर्ज किए गए और 139 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से 4755.254 मादक पदार्थ, 1235 अफीम के पौधे बरामद किए। इसके अलावा भी कई गंभीर मामलों में आरोपियों को पकड़ा। लेकिन शराब के ठेकों पर खुले आम मिल रही शराब पुलिस के दावों पर सवालिया निशान लगा रही है।
मिलगेट पर पुलिस चौकी के निकट गुरुवार रात साढ़े नौ बजे शराब ठेके का शटर तो बंद था, लेकिन बंद शटर में एक खिड़की से खुलेआम शराब की बिक्री की जा रही थी। ठेके के पास करीब आठ से दस लोग शराब खरीदने वाले खड़े थे। यह क्रम काफी देर चलता रहा।
रामदेव रोड पुलिस चौकी के पास गली में शराब के ठेके पर पौने दस बजे ग्राहकों की रेलमपेल थी। शटर के पास ही एक गेट बना हुआ है, जहां से ग्राहकों को शराब बेची जा रही थी। यहां इक्के-दुक्के ग्राहक लगातार आ रहे थे। पुलिस चौकी का भय न तो शराब बेचने वाले पर दिखा और न ही ग्राहकों को।
मंडिया रोड मुख्य मार्ग पर कालूजी की बगेची के पास शराब का ठेका है। यहां ठेका तो बंद था, लेकिन शटर की खिड़की से देर रात तक शराब बेची जा रही थी। पत्रिका टीम सवा दस बजे यहां पहुंची थी। मजे की बात यह है कि ठेके के बाहर भी काफी लोग बैठे थे। ठेकाकर्मी उन्हें शराब उपलब्ध करा रहा था।