हालात यह है कि अस्पताल के आस-पास की दुकानों व थड़ी वाले अपने वाहन भी अस्पताल में खड़े कर देते हैं। जोधपुर जाने वाले लोग भी दस-बीस रुपए देकर वाहन अस्पताल की पार्किंग में छोड़ जाते हैं। इससे अस्पताल में आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
अस्पताल के मुख्य द्वार के दोनों तरफ दीवार के पास केबिनें लगी है। ऐसा ही हाल अस्पताल से सटी आदर्श नगर के सामने की है। ऐसे में वहां पर वाहन खड़ नहीं हो पाते है। अस्पताल के पीछे की तरफ भी पार्किंग के लिए खाली जगह है, लेकिन अस्पताल में आने वालों को उस तरफ वाहन रखने को नहीं कहा जाता है।
पूर्व संभागीय आयुक्त को पार्किंग की समस्या के बारे में बताया था। उन्होंने मातृ-शिशु विभाग के पास 5 निजी एम्बुलेंस खड़ी रखने को कहा था। अस्पताल के बाहर की तरफ हुए अतिक्रमणों को लेकर पूर्व संभागीय आयुक्त की ओर से नगर परिषद से बात कर कार्रवाई का कहा गया था। हमारे नर्सिंग कार्मिकों व अन्य कार्मिकों के लिए अस्पताल के पीछे एक स्थल तय किया है। वहां एक सप्ताह में पार्किंग शुरू करवाई जाएगी। –डॉ. दीपक वर्मा, प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज, पाली