वार्डों की संख्या बढऩे से कोई फायदा नहीं होगा। पाली शहर की जनसंख्या और क्षेत्रफल को देखते हुए 50 वार्ड पर्याप्त है। सरकार को स्थानीय निकायों की आय को बढ़ाने की ओर ध्यान देना चाहिए। जिससे कि शहर का विकास हो सके। – किशोर सोमनानी, पार्षद आदर्श नगर
वार्ड क्षेत्र में कम मतदाता होने से जनता का सीध जुड़ाव स्थानीय जनप्रतिनिधि से हो सकेगा। रोजमर्रा की समस्याओं का शीघ्र निराकरण होगा। इससे स्थानीय निकाय एवं पंचायतीराज से निर्वाचित जनप्रतिनिधि जनता के प्रति ज्यादा जवाबदेह होंगे। – भंवरराव, नगर परिषद प्रतिपक्ष नेता
शहरी निकाय में वार्ड बढ़ाने का निर्णय जनता के हित में है। नए वार्डों का गठन होने से मूलभूत सुविधाओं के साथ जनसमस्याओं के त्वरित निष्पादित होने के साथ विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। वार्ड क्षेत्र कम होने से स्थानीय जनप्रतिनिधि जनता से संवाद और संपर्क सहजता से कर सकेंगे। – मोटू भाई, प्रदेश उपाध्यक्ष, निकाय प्रकोष्ठ राजस्थान
शहर क्षेत्र में वर्तमान में कई कॉलोनियां ऐसी हैं जो दो-दो, तीन-तीन वार्डों में विभाजित है। इस बार परिसीमन के दौरान इसका ध्यान रखा जाए कि एक कॉलोनी एक ही वार्ड में हो। जिससे विकास कार्य वहां त्वरिता से हो सके। – तिलोक चौधरी, अध्यक्ष वित्त समिति, नगर परिषद पाली