इस योजना के तहत प्रदेश में गाय, भैंस, बकरी, भेड़ व ऊंट का बीमा कराया जा सकता है। इसके लिए प्रदेश में लक्ष्य 21 लाख का रखा गया है। जबकि अभी तक महज 1 लाख 19 हजार 772 मवेशियों का ही बीमा पंजीयन करवाया जा सका है। इसमे सबसे अधिक 57,176 भैंसों का पंजीयन हुआ है। गायों 47,537 का, बकरी 11,050 का, भेड़ 3,482 का, नर ऊंट 172 का व मादा ऊंट 355 का पंजीकरण कराया गया है।
गाय की उम्र 3 से 12 व भैंस की 4 से 12 वर्ष
बीमा के लिए गाय की उम्र 3 से 12 वर्ष व भैंस की 4 से 12 वर्ष होनी चाहिए। बकरी व भेड़ की उम्र 1 से 6 वर्ष व ऊंट की उम्र 2 से 15 वर्ष होनी चाहिए। बीमा के लिए मवेशियों की टैगिंग जरूरी है। यह बीमा पशुपालक के अधिकतम दो दुधारू मवेशी तथा 10 बकरी या 10 भेड़ या एक वंश पशु का नि:शुल्क किया जा रहा है। बीमा उन्हीं मवेशियों का होगा, जो किसी अन्य योजना के तहत बीमित नहीं हैं। इसके लिए पशुपालक के पास जन आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
प्रदेश में श्रेष्ठ पांच जिले
जिला-लक्ष्य-बीमा-प्रतिशत
केकड़ी-24700-4100-16.60 बांसवाड़ा-36585-6065-16.58 सल्मबूर-21250-3491-16.43 डूंगरपुर-37700-5483-14.54 ब्यावर-16300-2156-13.23 प्रदेश के निचले पायदान पर ये जिले
जिला-लक्ष्य-बीमा-प्रतिशत जालोर-43400-1054-2.43 करौली-33700-700-2.08
धौलपुर-21500-291-1.35 जैसलमेर-102300-1317-1.29 जयपुर-14600-124-0.85 जोधपुर-12900-68-0.53
बीमा में यह रहेगी राशि
गाय (दुधारू) 3000 रुपए प्रति लीटर प्रति दिन के आधार पर न्यूनतम कीमत का निर्धारण, अधिकतम राशि 40,000 रुपए प्रति मवेशी 2 भैंस (दुधारू) 4000 रुपए प्रति लीटर प्रति दिन के आधार पर न्यूनतम कीमत का निर्धारण, अधिकतम राशि 40,000 रुपए प्रति पशु बकरी व भेड़ (मादा) अधिकतम 4000 रुपए प्रति पशु ऊंट (नर एवं मादा) अधिकतम 40,000 रुपए प्रति पशु
कार्मिकों सभी को दिया है लक्ष्य
पाली में मंगला पशु योजना के तहत बीमा कराने के लिए कार्मिकों को लक्ष्य दिए है। जिले में 150300 मवेशियों का बीमा करना है। पाली में तय तिथि तक लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। डॉ. मनोज पंवार, संयुक्त निदेशक, पशुपालन विभाग, पाली