जानकारी के अनुसार धनला के बेरा राणी सागर निवासी रामलाल सीरवी शुक्रवार सुबह अपनी पुत्री कौशल्या (23) को प्रसव के लिए धनला के राजकीय अस्पताल लाया। जहां शाम करीब सवा पांच बजे सामान्य प्रसव हुआ। देर रात को अचानक प्रसूता की तबीयत बिगडऩे लगी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने चिकित्सक सहित स्वास्थ्य केन्द्र के अन्य चिकित्साकर्मियों को फोन किए लेकिन निकट के गांव में शादी में जाने के कारण कोई भी समय पर नहीं पहुंचा। बाद में चिकित्सक के घर गए लेकिन ताला लगा हुआ था। देर रात चिकित्सक जब मौके पर पहुंचे तब तक प्रसूता की मौत हो गई थी। चिक्त्सिक सहित अन्य चिकित्साकर्मियों द्वारा उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए शनिवार सुबह ग्रामीणों के साथ धरना दे दिया। उन्हें उपचार में लापरवाही बरतने वाले सभी चिकित्सकार्मियों को हटाने, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने एवं पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग पर अड़ गए।
घटना की जानकारी पर पूर्व विधायक केसाराम चौधरी, उपखण्ड अधिकारी शैलेन्द्रसिंह, तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार, बीसीएमओ कुलदीपसिंह मौके पर पहुंचे तथा समझाइश की लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। शाम को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पाली डॉ. आर.पी. मिर्धा भी मौके पहुंचे। उन्होंने भी परिजनों से समझाइश की लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। देर शाम को सीएमएचओ मिर्धा ने स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत चिकित्सक सहित सभी चिकित्साकर्मियों को एपीओ करने की जानकारी दी तथा एसडीएम शैलेन्द्रसिंह ने पीडि़त परिवार को सरकारी स्तर पर उचित मुआवजा दिलाने की घोषणा की। तब जाकर परिजन व ग्रामीण धरने से देर शाम करीब आठ बजे उठे। मामले में मृतका के पिता रामलाल ने चिकित्सक अमित शर्मा सहित स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत सभी स्टॉफ के खिलाफ सिरियारी थाने में उपचार में लापरवाही बरतने की रिपोर्ट सिरियारी थानाप्रभारी को दी।
स्टॉफ को किया एपीओ
मामले में पूरे स्टॉफ को एपीओ कर मुख्यालय पाली किया तथा कुशालपुरा से दो मेल नर्स को फिलहाल धनला स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात किया है। मृतका की मौत किस कारण से हुई यह तो पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। – डॉ. आर.पी. मिर्धा, सीएमएचओ, पाली