पाली जिले के धनला गांव में भूमि पूजन कर तगारियों में मिट्टी भर आवल के पीले फूल घरों में लेकर जाती महिलाएं व युवतियां।
Festival of Dhantrayodashi 2023 : पाली जिले के ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार को धनत्रयोदशी का पर्व परंपरा अनुसार मनाया जा रहा है। जिले के धनला गांव के हनुमान रोड़ चौराहा पर धनतेरस को अलसुबह हर बार की तरह इस बार भी धनतेरस के मौके पर सुबह सूरज की पहली किरण के साथ ही गांव की कई बालिकायें, महिलाएं तथा बाल गोपाल सिर पर तगारियां और हाथों में कुदाली लिए आकर गांव की तरफ रोड पर स्थित सारजी महाराज की बाळी के पास पहुंच कर विधिवत भूमि पूजन कर तगारियों में मिट्टी भरकर उसमें आवल के पीले फूल लगाकर घरों की ओर रवाना हुई। ग्रामीण क्षेत्र के लोग आवल के पीले फूलों को धन के प्रतीक के रूप में घर लाकर अपने घर आंगन में दरवाजों के उपर सजाते हैं। पाश्चात्यकरण की होड़ में धनतेरस व दीपावली के मायने बदल गए हैं। वही आज भी ग्रामीण क्षेत्र में लोग परपंराओं को जीवित रखे हुए हैं।
मिट्टी खोदने से पहले करते है भूमि पूजन युवती सीमा, सुमन,चम्पा, शनि, रेखा सहित महिलाओं नेे बताया कि आवल के पीले पुष्पो को मिट्टी में लगाकर धन का प्रतीक मानकर धनतेरस को घर में लाना शुभ माना जाता हैं, ऐसी मान्यता हैं। हम भी पूर्वजों की बताई रीत पर चलते हुए आज भी उत्साह से इस रस्म को निभाते हैं।
इस प्रकार की रस्म निभाने वाली महिलाओं तथा बालिकाओं द्वारा नाड़ी पहुंचकर गेहूं के मोती अर्पित कर दीपक और अगरबत्ती जलाकर भूमि पूजन व वंदन कर घर परिवार की खुशहाली की कामना के बाद नाड़ी से कुदालियों व गैंती द्वारा मिट्टी खोदकर तगारियों में भरी जाती हैं तथा उस पर आवल के पीले पुष्प सजाकर घर लाया जाता हैं।
Hindi News / Pali / Watch Video : यहां भोर होते ही महिलाएं निकली घर से और बरस गया धन