राजकार्य में बाधा पहुंचाने व सावर्जनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने एवं उपद्रव फैलाकर शांति भंग करने का मामला पुलिस की ओर से दर्ज किया गया। इधर, दोनों पक्षों ने भी एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आईजी हवासिंह घुमरिया ने बताया कि जैतारण में हालात काबू में है। आरएसी, सहित विभिन्न कम्पनियों के 750 से ज्यादा जवान जैतारण में तैनात है। साथ ही आस-पास के क्षेत्रों का भी दौरा कर रहे हैं। घटना में घायल हुए दो जनों का
जोधपुर इलाज जारी है।
बता दें कि शहर में शनिवार शाम को निकली शोभायात्रा के दौरान दो समुदायों में तनाव की स्थिति बन गई थी। कुछ उपद्रवियों की ओर से जुलूस पर पथराव किया गया। इसके बाद उग्र भीड़ ने दुकानों, मॉल और वाहनों में आग लगा दी। अचानक हुई घटना के बाद लोगों ने छुपकर जान बचाई। वहां खड़ी बस और हाथ ठेलों के साथ वाहनों में आग लगा दी गई। पास ही स्थित एक शॉपिंग मॉल और कुछ दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया।
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति का आंकलन करेंगे। उसके बाद ही कर्फ्यू में ढील देने एवं इंटरनेट सेवा बहाल करने के बारे में सोचा जाएगा। परीक्षा देने वालों विद्यार्थियों को कर्फ्यू में छूट रहेगी।
पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों का डेराआईजी हवासिंह घुमरिया, पाली जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा, जैतारण वृत्ताधिकारी विरेन्द्रसिंह सहित कई पुलिस व प्रशानिक अधिकारी जैतारण में कैंप किए हुए है।
स्थिति सामान्य, अफवाहों पर
ध्यान न देजैतारण में स्थिति नियंत्रण में है। दोनों पक्षों के 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। स्थिति का आंकलन करने के बाद ही कर्फ्यू में ढील दी जाएगी और इंटरनेट सेवा बहाल की जाएगी। लोगों से अपील है कि किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दे।
हवासिंह घुमरिया, आईजी जोधपुर रेंज