मांडल से आसिंद के बीच तीसरे चरण के लिए 115.98 करोड़ रुपए का टेंडर जारी होने पर यहां निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। तीसरे चरण के इस मार्ग पर एक बड़ा पुल, 3 अण्डरपास, 4 छोटे पुल, 6 मोड़ तथा आसिंद से ब्यावर के बीच द्वितीय चरण के लिए 127.51 करोड़ रुपए की लागत से एक बड़ा पुल, 4 अण्डरपास, 8 छोटे पुल व 20 मोड निकलेंगे। इसमें तीन बाइपास मोड भी शामिल हैं। तीसरे व दूसरे चरण के लिए टेंडर जारी होने पर यहां कार्य शुरू हो चुका है।
रास-बाबरा-ब्यावर के बीच पहले चरण के लिए हालंाकि अभी तक टेंडर नहीं हुए हैं। प्रस्तावित तखमीने के अनुसार 253 करोड़ की लागत से 4 लेन सडक़ निर्माण में एक बड़ा पुल, 4 अण्डरपास, 7 छोटे पुल, 4 मोड तथा एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होना प्रस्तावित है। इसमें रास से बाबरा के बीच यात्री सुविधा विस्तार के तहत सुविधा स्थल भी विकसित किया जाना प्रस्तावित है।
राजमार्ग पर तीन टोल प्लाजा स्थापित किए जाएंगें। इसके लिए रास से ब्यावर की ओर 14 किमी की दूरी पर सनवा से ओजियाणा के बीच तथा मांडल से 8 किमी पहले टोल प्लाजा स्थापित होगा। साथ में 150-150 मीटर तक के तीन बड़े नदी पुल, एक आरओबी, तथा छोटे पुलिए भी बनेंगे। जिसमें रास-ब्यावर मार्ग पर नदी पर, ब्यावर से आसिंद व आसिंद से मांडल के बीच 150 मीटर की लम्बाई के साथ पुलिया का निर्माण होगा।
65 गांवों से होकर गुजरने वाले रास-ब्यावर-मांडल राजमार्ग 158 पर स्थित बाबरा, रूपनगर, राजियावास, लगेत खेड़ा, कानिया खेड़ा, लक्ष्मीपुरा, ओजियाणा, बदनौर, आसिंद, ब्राह्मणों की सरेड़ी, मोड़ का निम्बेड़ा, मांडल व ब्यावर के (फतेहगढ़ से सराधना) बाइपास मार्ग निकलेगा।
रास-ब्यावर-मांडल तक बनने वाले राजमार्ग की कुल लम्बाई 116.750 किमी होगी। जिसमें पाली जिले से 20 किमी, अजमेर जिले से 11 किमी, राजसमंद जिले से 10 किमी तथा भीलवाड़ा जिले की सीमा में 75 किमी होकर गुजरेगा।
रास-ब्यावर-मांडल के बीच राजमार्ग 158 के तहत मांडल से ब्यावर तक दूसरे व तीसरे चरण के लिए निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। शेष रहे पहले चरण के लिए भूमि आवाप्ति की प्रक्रिया के साथ यहां पर भी प्रोजेक्ट कार्य शुरू होगा। रास-ब्यावर के बीच प्रथम चरण के लिए टेेंंडर होने के बाद कार्य शुरू हो सकेगा। – विनयकुमार गहलोत, सहायक अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग -158