पोस्ट कोविड क्लीनिक बांगड़ चिकित्सालय में खोला गया है। वहां आयुर्वेद के तीन चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। जिनमें से एक जिला अस्पताल व दो आयुष भवन है। जो बांगड़ चिकित्सालय परिसर में ही है। इसके अलावा अन्य एलोपैथी के चिकित्सक भी लगाए है। जो अपने कक्ष में ही मरीजों का उपचार कर रहे है। वे क्लीनिक में कम ही आते हैं।
चिकित्सकों की कमी और कोविड के कारण जिला आयुर्वेद अस्पताल की पंचकर्म यूनिट भी लम्बे समय से बंद है। ऐसे में मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। कोविड के बाद आयुर्वेद चिकित्सालय में मरीजों की संख्या भी बढ़ी। वहीं कई मरीज आयुर्वेद की दवा ही लेते है। ऐसे में अब उनकी परेशानी बढ़ गई है।
हमारे चिकित्सालय से तीन चिकित्सकों को बांगड़ चिकित्सालय में लगाया गया है। हमने कलक्टर को पोस्ट कोविड में मरीज कम आने के बारे में बताया है। चिकित्सकों की कमी से सेवाएं प्रभावित हो रही है। इसके बावजूद हम पूरा प्रयास कर रहे हैं। –डॉ. अशोक अग्रवाल, उपनिदेशक, आयुर्वेद विभाग, पाली
-जिला आयुर्वेद अस्पताल का आउटडोर – 60 से 70 मरीज
-पोस्ट कोविड क्लीनिक का आउटडोर – 6-7 मरीज (करीब 22 दिन में)
-पोस्ट कोविड में लगे आयुर्वेद चिकित्सक – 3
-जिला अस्पताल में इतने दिन से नहीं चिकित्सक – 6