इमरान खान ने गुरुवार को एक बयान में सेना को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यदि कोई सेना प्रमुख मुझसे पूछे बिना कारगिल हमला ( Kargil War ) करता तो मैं कड़ी कार्रवाई करता। तत्काल प्रभाव से उनका इस्तीफा ले लेता। इतना ही नहीं, एक कदम आगे बढ़कर इमरान खान ने यहां तक कह दिया कि यदि कोई सेना प्रमुख उनपर प्रधानमंत्री पद से हटने के लिए दबाव डालता तो उससे भी इस्तीफा ले लेता।
Pakistan Army के खिलाफ लोगों में फूटा गुस्सा, खैबर पख्तूनख्वा में निकाली गई एकता मार्च
इमरान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ( Ex PM Nawaz Sharif ) पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि भारत के इशारों पर वे पाकिस्तानी सेना को कमजोर करने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ सेना पर राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाकर एक सियासी खेल खेल रहे हैं। इमरान खान ने दावा किया कि पाकिस्तान के इतिहास में वर्तमान समय में सेना और सरकार के बीच सबसे अच्छे संबंध हैं।
नवाज शरीफ ने सेना पर लगाए आरोप
आपको बता दें कि नवाज शरीफ सेना पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। शरीफ ने एक बयान में कहा है कि 2014 में लेफ्टिनेंट जनरल जहीर-उल-इस्लाम ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटने के लिए कहा था। इसपर इमरान ने कहा कि यदि ऐसा होता तो मैं सेना प्रमुख का इस्तीफा ले लेता।
इमरान ने कहा कि मैं एक लोकतांत्रिक तरीके से चुना हुआ प्रधानमंत्री हूं और मुझे ऐसा कहने की हिम्मत किसमें हो सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जब पूर्व सेना प्रमुख परवेज मुशर्रफ श्रीलंका दौरे पर थे, तो नवाज शरीफ ने खुद उन्हें पद से हटाने की कोशिश की थी।
India के खिलाफ China-Pakistan ने मिलाया हाथ! पाक ने सीमा पर 20 हजार सैनिक किए तैनात
इमरान ने कहा कि नवाज शरीफ सेना पर आरोप लगाकर सबसे बड़ी गलती कर रहे हैं। मुझे यकीन है कि वे ये सब भारत के इशारों पर कर रहे हैं। उन्होंने ये दावा किया कि नवाज शरीफ को मानवीय आधार पर सरकार ने इलाज कराने के लिए विदेश जाने की अनुमति दी और अब वे वहां से राजनीति कर रहे हैं। वे देश के खिलाफ साजिश कर रहे हैं। इमरान ने कहा कि वे देश के ऐसे इकलौते प्रधानमंत्री हैं जो सेना की नर्सरी में पले-बढ़े नहीं हैं, जैसा कि नवाज शरीफ या जुल्फिकार अली भुट्टो थे।