कुछ महीने पहले गिरफ्तार किए गए थे, जैश और जमात के आतंकी
14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले की जिम्मेदारी जैश ने ली थी। इसके बाद से भारत और अमरीका समेत कई देशों ने पाकिस्तान को सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी थी। इस अंतरराष्ट्रीय दबाव के कारण करीब दो महीने पहले संयुक्त राष्ट्र ने जैश सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी की सूची में डाला था। सोमवार को हुई कार्रवाई भी वैश्विक दबाव का ही परिणाम है। इस बारे में पंजाब पुलिस की काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) ने जानकारी दी कि जमात और जैश के इन आतंकियों को कुछ वक्त पहले गिरफ्तार किया गया था।
आतंकियों को जेल और जुर्माना भी
इन आतंकियों पर टेरर फंडिंग ( Terror funding case ) का आरोप था। सभी के खिलाफ अलग-अलग आतंकवाद रोधी अदालतों में मुकदमें चलाए जा रहे थे। CTD के अनुसार जमात के चार आतंकी असगर अली, जुनैद अरशद, एजाज अहमद और अब्दुल खालिक को दो-दो साल की जेल के साथ-साथ जुर्माना भी लगाया है। इसके अलावा अदालत ने जैश के आतंकियों को पांच साल की सजा सुनाई है। इनकी पहचान इफ्तिखार अहमद, मोहम्मद अजमल, बिलाल मक्की, अबरार अहमद, इरफान अहमद, हफीजुल्ला, मजहर नवाज और अब्दुल लतीफ के रूप में हुई है।
टेरर फंडिंग के खिलाफ CTD का अभियान
गौरतलब है कि पंजाब प्रांत CTD ने टेरर फंडिंग के खिलाफ अभियान शुरू किया है। इसके तहत हाफिज सईद और मसूद अजहर के संगठनों से जुड़े आतंकियों को हिरासत में लिया जा रहा है। CTD ने कहा कि इस कार्रवाई की तरह ही आगे भी टेरर फंडिंग के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।