पाकिस्तानी चुनाव आयोग ने आगामी 19 दिसंबर और 16 जनवरी को प्रांत में स्थानीय सरकार के पहले और दूसरे चरण के चुनावों की तारीखें तय कर दी हैं। चुनाव आयोग ने अपने पत्र में कहा, चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल या अध्यक्ष किसी भी विधानसभा के उपाध्यक्ष और सीनेट के उपाध्यक्ष, संघीय और प्रांतीय मंत्री, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के सलाहकार या सार्वजनिक पद के किसी अन्य धारक किसी भी विकास योजना की घोषणा करने या किसी उम्मीदवार के लिए प्रचार करने के लिए किसी भी स्थानीय परिषद के क्षेत्र का दौरा नहीं करेगा।
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को चुनाव आयोग की ओर से जारी आचार संहिता और निर्देशों के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं करने की सलाह भी दी गई है। चुनाव आयोग ने साथ ही यह चेतावनी भी दी है कि आपके खिलाफ चुनाव अधिनियम, 2017 की धारा-233 (आचार संहिता) और 234 (चुनाव अभियानों की निगरानी) के तहत कानूनी कार्यवाही शुरू की जाएगी।
इस बीच, सूचना मामलों पर खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री के विशेष सहायक कामरान खान बंगश ने स्पष्ट किया है कि पेशावर की प्रधानमंत्री इमरान खान की यात्रा पूरी तरह से आधिकारिक यात्रा थी न कि राजनीतिक। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बंगश ने एक बयान में कहा कि यह यात्रा राज्य के दैनिक मामलों का एक हिस्सा है, जिस पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
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बता दें कि पाकिस्तान में इन दिनों महंगाई और हिंसा चरम पर है। लोग इमरान सरकार से परेशान हैं और आगामी चुनावों में सबक सिखाने की सोच रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट शहर में पिछले दिनों श्रीलंकाई नागरिक प्रियंता कुमारा की सरेआम सैंकड़ों लोगों की भीड़ द्वारा बेरहमी से मार दिया जाना और उसके बाद उनके शव को जला दिए जाने से भी लोग गुस्से में हैं।