इस आदेश के तहत मोबाइल ऑपरेटरों के लिए कॉलर ट्यून हासिल करने की प्रक्रिया तय की गई है। कॉलर ट्यून यानी फोन करने वाले को रिंगिंग के दौरान जो आवाज सुनाई देती है। ब्लूचिस्तान सरकार की ओर से इस संबंध में एक नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इस आदेश में कहा गया है कि सभी विभागों के सचिव सहायक सचिव और उप सचिव समेत तमाम विभागों के प्रमुख अधिकारियों और कर्मचारियों को इस इस निर्देश का सख्ती से पालन करना होगा।
-
सचिवों को यह भी बताया गया है कि वे अपने कार्यालय में तैनात सभी कर्मचारियों से इस आदेश का पालन सुनिश्चित कराएं। रिंगटोन को कैसे डाउनलोड करना है, इसकी पूरी प्रक्रिया आदेश की कापी में समझाई गई है। वैसे, इस आदेश की कापी में यह नहीं बताया गया है कि सरकार ने अचानक यह बेतुका फैसला क्यों लिया। बस, तालिबानी फरमान के तहत यह आदेश जारी कर दिया गया है कि विभिन्न नेटवर्कों का इस्तेमाल कर रहे कर्मचारी और अधिकारी इस रिंगटोन को जरूर लगवाएं और पूरी प्रक्रिया का पालन करें।
-
हालांकि, बलूचिस्तान सरकार के इस तुगलकी फरमान की काफी आलोचना भी हो रही है। पत्रकारों और तमाम सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने इस सरकारी फरमान को लेकर तंज कसा है तथा इसकी निंदा की है। इन सबके बावजूद बलूचिस्तान सरकार इस फैसले को वापस लेने के मूड में नहीं दिख रही।