फिल्म की अनाउंसमेंट के साथ ही यह बात चर्चा में थी कि फिल्म बिहार के मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में हुए अपराध पर आधारित है। मेकर्स इससे इंकार करते हैं। वह सिर्फ इसे प्रभावित बताते रहे हैं। लेकिन फिल्म की कहानी, किरदार और बैकड्रॉप से यह बात साफ है कि यह फिल्म उसी खौफनाक घटना पर आधारित है। फिल्म शुरुआत में ही आपको झकझोर देती है, जिससे कहीं ना कहीं यह बात साफ हो जाती है कि अभी बहुत कुछ दिल दहला देने वाली घटनाएं सामने आएंगी और फिल्म में वैसा ही होता जाता है। फिल्म झकझोरती है, लेकिन इसका प्रेजेंटेशन बांधे रखती है।
आपको बता दें कि इस फिल्म को सिर्फ 39 दिनों में ही बनाया गया है। एक्ट्रेस भूमि पेडनेकर ने खुद अपने इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर कर शूटिंग की जानकारी दी है। एक्ट्रेस ने एक इमोशनल पोस्ट लिखा है, ‘ये एक इमोश्नल रोलर-कोटर रहा और 39 दिनों के बाद इस को पूरा कर लिया है। ये एक ऐसी फिल्म है, जो हमेशा मेरे दिल के बेहद करीब रहेगी और इसकी कहानी ने मेरे रोंगटे खड़े कर दिए। न्याय के लिए लड़ने के लिए महिलाओं के एक साथ आने की जबदस्त कहानी को आपके सामने लाकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है।’