उन्होंने कहा, पहली बात तो यह है कि अगर कोई खिलाड़ी अयोग्य घोषित होता है तो उसे देश से माफी मांगनी चाहिए कि मुझसे गलती हुई और मैंने देश के मेडल का नुकसान किया।
उन्होंने मामले को साजिश से जोड़ जाने पर कहा, मुझे हैरानी उस वक्त हुई जब विनेश ने ओलंपिक में अपनी अयोग्यता के लिए साजिश की बातें फैलानी शुरू कर दी। इस तरह का पूरे देश में गलत माहौल बनाया गया।
उन्होंने दावा कि विनेश ने प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) तक को दोषी ठहरा दिया। हर कोई जानता है कि एक ग्राम अधिक होने पर भी अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। अगर उन्हें अयोग्य घोषित किया जाता तो वह पूरे देश से माफी मांगते।
विनेश ने पीटी उषा पर लगाया था आरोप
पेरिस ओलंपिक 2024 में ओवरवेट के चलते अयोग्य करार दिए जाने पर विनेश फोगाट ने आरोप लगाते हुए कहा था कि पीटी उषा (PT USha) मामले के बाद सिर्फ फोटो खिंचाने पहुंची थीं। मुझे तो नहीं पता कि मुझे क्या सपोर्ट मिला। वहां पर भी राजनीति हुई। हर जगह राजनीति है। उन्होंने बिना बताए फोटो क्लिक किया। सिर्फ दुनिया को दिखाने के लिए यह सब किया। वही, विनेश के आरोपों के बाद देश के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने कहा था कि खेल पंचाट न्यायालय (CAS) के फैसले को वह स्विस कोर्ट में चैलेंज करना चाहते थे, लेकिन विनेश ने अपने वकीलों के जरिए आगे की कार्रवाई करने से इनकार कर दिया था। हरीश साल्वे ने कहा था कि इसमें सरकार का कोई रोल नहीं था। यदि सरकार की भागीदारी होती तो आईओए (IOA) बाहर हो जाती। बता दें कि हरीश साल्वे ने खेल पंचाट न्यायालय (CAS) में विनेश के पक्ष में पैरवी की थी।