दो साल पहले पता चला कैंसर से थी पीड़ित
पूर्णिमा को दो साल पहले ही केरल में हो रहे राष्ट्रीय खेलों (Natioal Games) के दौरान पता चला कि उन्हें कैंसर है। वह आखिरी दम तक कैंसर से लड़ती रहीं। हालांकि इसके बावजूद वह खेल से दूर नहीं हुई। 2014 में ऑस्ट्रिया के विश्व चैंपियन खिलाड़ी फ्रैंक थॉमस के साथ कोचिंग शुरू किया। उन्हें जल्द ही आईएसएसएफ (ISSF) की तरफ से कोचिंग का ए लाइसेंस मिलने वाला था। फिलहाल उनके पास बी था।
भारत को दिला चुकी हैं कई गौरवशाली पल
पूर्णिमा विश्व कप कप (World Cup Shooting), एशियन चैंपियनशिप (Asian Championship) में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। वह भारत को कई बार गौरवशाली पल दिला चुकी हैं। पूर्णिमा के नाम 10 मीटर एयर राइफल में लंबे समय तक राष्ट्रीय रिकॉर्ड रहा। महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें शिव छत्रपति स्पोर्ट्स अवॉर्ड भी दिया है। पूर्णिमा ने भारत के लिए सैफ गेम्स (SAF Games), कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप (Commonwealth Championship) और एशियन चैंपियनशिप (Asian Championship) में मेडल जीता था। पूर्णिमा की टक्कर अपने समय में दीपाली देशपांडे, अंजलि भागवत और सुमा शिरूर जैसे निशानेबाजों से थी। 2012 में उन्होंने निशानेबाजी संन्यास ले लिया था।
दिग्गज निशानेबाजों ने जताया शोक
बीजिंग ओलम्पिक-2008 में स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (Abhinav Bindra) समेत कई निशानेबाजों ने पूर्णिमा जनाने के निधन पर शोक जताया है। जॉयदीप कर्माकर (Joydeep Karmakar) ने ट्वीट कर लिखा है कि अपनी पुरानी दोस्त पूर्णिमा की मौत से वह काफी दुखी हैं। वह अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज और कोच थीं और दोस्ती जूनियर टीम के दिनों से थी। उन्होंने कहा कि हम एक बार फिर कहीं न कहीं, किसी न किसी दिन मिलेंगे। वहीं जसपाल राणा (Jaspal Rana) ने ट्वीट कर लिखा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि पूर्णिमा अब हमारे बीच नहीं हैं। यह हमारे लिए दुखद खबर है। हम आपके लिए दुआ करेंगे दोस्त। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। अभिनव बिंद्रा ने राणा के ट्वीट पर ही रिप्लाई किया- भगवान आपकी आत्मा को शांति दे पूर्णिमा। आप बहुत याद आओगी।