कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतियोगिता के दौरान एथलीटों को सेक्सुअल एक्टिविटी से दूर रखने के लिए उनके कमरे में एंटी सेक्स बेड’ लगाए जाएंगे। इन बेड का मटेरियल काफी हल्का होगा और साइज छोटा होगा। ‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ये बेड ट्विन साइज के होंगे। इसमें एक खिलाड़ी से ज्यादा के बैठने की जगह नहीं होगी। बेड का निर्माण एयरवेव द्वारा किया गया है। ये वही कंपनी है जिसने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी प्रोडक्ट्स बनाए थे।
टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी खिलाड़ी को कोरोना के दौरान सेक्सुअल एक्टिविटी से दूर रखने के लिए ऐसे बेड बनाए गए थे। अल्ट्रा-लाइट कार्डबोर्ड बेड बनाने के पीछे उद्देश्य यह है कि ओलंपिक के दौरान खिलाड़ी केवल अपने खेलों पर फोकस करें।
ओलंपिक खेलों के दौरान खिलाड़ियों का शारीरिक सम्बंध बनाना आम बात है। इसके लिए हर ओलंपिक से पहले लाखों कंडोम भी बांटे जाते हैं। पिछली बार टोक्यो ओलंपिक कोरोना की वजह से एक साल की देरी से 2021 में हुआ था। इस दौरान कोरोना के खतरे को देखते हुए इंटीमेसी पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है ओलंपिक विलेज के निदेशक लॉरेंट माइकॉड ने स्काई न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में बताया किया कि इस बार एथलीटों के लिए 300,000 कंडोम बांटे जाएंगे। पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त तक चलेंगे।
ओलंपिक में कंडोम बांटने की शुरुआत साल 1988 से शुरू हुई थी। दरअसल ओलंपिक के दौरान छतों पर भारी मात्रा में कंडोम पाए जाने के बाद ओलंपिक एसोसिएशन ने आउटडोर सेक्स पर प्रतिबंध लगा दिया। इसके बाद कंडोम बांटे जाने की शुरुआत हुई थी। HIV और एड्स के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए ये पहल की गई थी।