बराबर थे अंक फिर हुआ ट्रायल
मैरी के स्थान पर मणिपुर की सरजू बाला देवी एशियाई खेलों में 51 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।बीएफआई ने एक बयान जारी कर बताया, “सरजू बाला देवी ने पिंकी को मात देकर टीम में अपना स्थान पक्का किया। दोनों खिलाड़ियों ने पिछले दो महीनों में बराबर अंक और जीत हासिल की थी। ट्रायल्स इसलिए कराए गए, ताकि इन दोनों में से किसी एक का नाम फाइनल किया जा सके।”
सरजू देवी ने मैरी को हरा अपनी जगह पक्की की
बयान के मुताबिक, “सरजू बाला देवी ने मैच में अपना रूतबा दिखाया और जीत हासिल कर एशियाई टीम में जगह पक्की की।”
मैरी ने कहा कि उनका लक्ष्य 48 किलोग्राम भारवर्ग में नवंबर में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतना है।
मैरी ने बताया , “मैंने अपना नाम वापस ले लिया, क्योंकि एशियाई खेलों में 48 किलोग्राम भारवर्ग नहीं है। इस समय मैं अपने भारवर्ग में विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतने पर ध्यान दे रही हूं।”
बीएफआई ने किया खुलासा
उन्होंने कहा, “मैं पहले ही एशियाई खेलों में 51 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण और कांस्य पदक जीत चुकी हूं। अब मैं आने वाले युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहती हूं।”
जब मैरी के टीम में न होने पर बीएफआई से पूछा गया तो उन्होंने बताय, “उन्हें टीम से बाहर नहीं किया गया है। एशियाई खेलों में महिलाओं की सिर्फ तीन श्रेणियां (51, 57 और 60 किलोग्राम भारवर्ग) हैं, जहां संबंधित खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।”
मैरी को मिले अब तक के सबसे बड़े पुरस्कारों पर एक नजर डालतें हैं :-
2013- पद्म भूषण
2003- अर्जुन पुरस्कार (बॉक्सिंग)
2010- पद्म श्री
2007-राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए मनोनित किया गया
2007-लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स – पीपल ऑफ़ द इयर
2008-सीएनएन-आईबीएन – रिलायंस इंडस्ट्रीज रियल हीरोज अवार्ड्
2008-पेप्सी-एमटीवी यूथ आइकॉन
2008-ऑल इंडिया बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) द्वारा ‘मैग्निफिसेंट मैरी’ का संबोधन
2009-राजीव गाँधी खेल रत्न
2009-इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन द्वारा ‘महिला बॉक्सिंग की एम्बेसडर’ घोषित