काले मोहरों से खेलते हुए हारे कार्लसन
कार्लसन जल्दी से हारते नहीं हैं। वे 2011 के विश्व के नंबर एक खिलाड़ी बने हुए हैं। उन्होंने 2023 में खुद ही अपने विश्व खिताब का बचाव नहीं करने का फैसला किया था, लेकिन बांग्लादेश के नईम हक का दावा है कि काले मोहरों से खेलते हुए कार्लसन ऑनलाइन मैच हार गए।
मुझे यकीन ही नहीं हुआ: नईम हक
नईम हक ने कहा कि मैं मुग्धा को शतरंज सिखाता हूं। वह हमेशा ऑनलाइन शतरंज खेलना पसंद करता है। मैं अक्सर उसे अपना आईडी इस्तेमाल करने को दे देता हूं। उसने 18 जनवरी को अचानक मुझे फोन कर बताया कि उसने कार्लसन को हरा दिया है। एकबारगी तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ। फिर उसने मुझे स्क्रीनशॉट और खेल के सभी विवरण भेजे तो मैं हैरान रह गया। हालांकि चैस डॉट कॉम अपने रजिस्टर्ड खिलाडि़यों को किसी और को अपना अकाउंट इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देता है। साथ ही टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाला खिलाड़ी उसके प्लेयर्स क्लब का हिस्सा होना चाहिए। हारने की वजह ये तो नहीं?
हालांकि कार्लसन की ओर से इस मैच को लेकर अब तक कोई बयान नहीं आया है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि 20वीं चाल के दौरान कार्लसन का माउस स्लिप कर गया, जिसके चलते उन्होंने अपनी क्वीन को ई6 पर पहुंचा दिया, जो उनके प्रतिद्वंद्वी के बिशप के रास्ते में आ गई। कार्लसन गेम में आगे चल रहे थे, लेकिन क्वीन वाली गलती ने मुकाबले को उनके प्रतिद्वंद्वी के पक्ष में कर दिया। कुल 50 चालों वाले इस मैच में अंतत: कार्लसन ने हार मान ली।
बांग्लादेश के अंडर-10 चैंपियन हैं मुग्धा
मुग्धा बांग्लादेश के अंडर-10 चैंपियन हैं। पिछले दिसंबर में बैंकॉक में आयोजित एशियाई स्कूल शतरंज चैंपियनशिप में उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया था। मुग्धा के पिता महबूबुर राशिद ने एक बयान में कहा, मुझे अपने बेटे पर बेहद गर्व है। वह बांग्लादेश के युवाओं के लिए प्रेरणा है। उसने साबित कर दिया कि बड़ा बनने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है।