यह है मामला पुलिस के अनुसार मामला क्षेत्र के एक राजकीय विद्यालय का है। जहां का शारीरिक शिक्षक भीमसौर निवासी
धर्मेन्द्र अहारी पु़त्र शंकरलाल आदिवासी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा को 4 अक्टूबर को अपहरण कर ले गया था। रिपोर्ट के अनुसार छात्रा घर से हैण्डपप पर पानी भरने गई थी। इसके बाद वह घर नहीं लौटी। हालांकि परिजनों ने आरोपित शिक्षक का पीछा भी किया लेकिन वह हाथ नहीं आया।
रिपोर्ट में बताया कि समाज एवं रिश्तेदार को मामले से अवगत करवाया तो समझाइश करने की बात कही। समाज के कुछ लोग शिक्षक के घर गए, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। आरोपित के परिजन ने बालिका को तीन चार दिन में सुपुर्द करने की बात कहकर टरका दिया। आरोपित के परिजन ने हिदायत दी कि अभी थाने में रिपोर्ट मत करना। कुछ दिनों बाद पीडि़त परिवार फिर आरोपित के घर गया तो दीपावली तक का समय दिया। आरोपित फोन पर धमकी दे रहा है कि हिम्मत हो तो भीमसौर आकर लडक़ी को ले जाओ।
लडक़ी के पिता ने बताया कि सबसे पहले विद्यालय के संस्था प्रधान को भी मामले को लेकर अवगत करवाया लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जानकारी के अनुसार लोहारिया थाने में इसी शिक्षक के खिलाफ पूर्व में भी लडक़ी भगाने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है।
पूर्व है दो पत्नियां इधर भीमसौर सरपंच रमेश सोलंकी ने बताया कि शिक्षक के पूर्व में दो पत्नियां हैं। उसमें एक पत्नी के दो लडक़े व दूसरी के एक लडक़ी है। लडक़ी के परिजन भी मेरे पास आए थे लेकिन शिक्षक फरार था। कल ही आरोपित से बात हुई है। आरोपित की मंशा है कि फैसला हो जाए। वह बालिका को पत्नी के तौर पर रखना चाहता है।