आपराधिक प्रवृत्ति तभी कम होगी जब कानून का पालन करवाने वाली एजेंसियां उन्हें ईमानदार से धरातल पर उतारने में अपने कर्तव्य का पालन करेंगी। कानून तो बहुत बन चुके हैं लेकिन मुकदमों के चलते चलते अपराधी या तो छूट जाता है या फिर जमानत पर बाहर आकर नए अपराध करने में लग जाता है।
—हरिप्रसाद चौरसिया ,देवास, मध्यप्रदेश
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आपराधिक कानूनों के डिजिटलीकरण और सरलीकरण से न्यायिक फैसलों में तेजी आएगी। पीड़ित व्यक्ति संचार माध्यमों के द्वारा किसी भी पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज करा सकता हैं,जिससे पुलिस अविलंब कार्रवाई कर सकती हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिलने में देरी नहीं होगी।
—मनु प्रताप सिंह,चींचडौली,खेतड़ी
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नए आपराधिक कानून में विडियो क्लिप को प्रमुख मानने, ऑनलाइन शिकायत दर्ज़ कराने और त्वरित कार्रवाई को प्रमुखता दी गई है। इससे निश्चय ही अपराधियों में भय होगा और समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होने की संभावना बढ़ेगी। बशर्ते कि इस कानून का पालन ईमानदारी से किया जाए। ।
—विभा गुप्ता, मैंगलोर
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नए कानून से अपराधियों में खौफ का माहौल पैदा होने से अपराध में कमी आएगी । पुलिस ईमानदारी से काम करेगी, तब ही अपराध में कमी संभव है, अन्यथा कोई बदलाव नहीं होगा
— अजीतसिंह सिसोदिया, बीकानेर
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नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होने की संभावना है परंतु पुलिस और का प्रभावी और निष्पक्ष होना भी आवश्यक है। यदि अपराधियों को पकड़ा नहीं जाता या न्याय नहीं मिलता, तो नए कानूनों का कोई प्रभाव नहीं होगा। नए कानून तभी प्रभावी हो सकते हैं जब उन्हें ठीक से लागू किया जाए और सभी नागरिकों को उनके बारे में सही जानकारी हो।
—प्रतीक बैरागी, अजमेर
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देश भर में 3 नए कानून लागू होने से कानून व्यवस्था सटीक और सुचारू रूप से संचालित होगी। नए कानून का उद्देश्य आधुनिक न्याय व्यवस्था को लागू करना, उसे मजबूत और शक्तिशाली बनाना है। जीरो एफआइआर, ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने, एसएमएस या ईमेल से समन भेजने और जघन्य अपराध की वीडियोग्राफी जैसे प्रावधान अनिवार्य किए गए है।
—योगेश जोशी, बड़वाह
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—रेखा उपाध्याय, मनेंद्रगढ़ एमसीबी, छत्तीसगढ़
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समय पर सजा जरूरी
नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में आपराधिक प्रवृत्ति कम होगी, मगर उन कानूनों की सफल क्रियान्विति हो तथा न्यायिक आदेशों की अवहेलना प्रशासन द्वारा किसी भी स्तर पर नहीं हो। कानून के दायरे में आने वाले दोषियों को समय पर सजा मिले।
—शिवजी लाल मीना, जयपुर
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सुरक्षा और अनुशासन का माहौल बनता है।
कानून की मौजूदगी समाज में आपराधिक प्रवृत्ति को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अपराधियों को दंड और सजा का डर भी होता है, जिससे वे कानूनी कार्यवाही से बचने का प्रयास करते हैं। इससे समाज में सुरक्षा और अनुशासन का माहौल बनता है।
— प्रवीण सिंह, बालोतरा
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नए आपराधिक कानून लागू होने से समाज में अपराधों में निस्संदेह कमी आएगी बशर्ते कानून की पालना करवाई जाए। प्राय: अपराधियों और पुलिसकर्मियों की मिलीभगत होती है, यह मिलीभगत टूटनी चाहिए। ऐसे में कानून नया हो चाहे पुराना कानून कागजी बनकर रह जाते हैं।
—आजाद पूरण सिंह राजावत, जयपुर