कोतवाली पुलिस शव को लेकर एसआरजी चिकित्सालय आई, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। कोतवाली आई चन्द्र ज्योति ने बताया कि देखने पर ऐसा लग रहा है कि अंधे मोड़ पर मांगीलाल को शाम के समय कोहरे में रोड नजर नहीं आया और वो सीधे नाले में गिर गया। करीब २० फीट नीचे नाले में गिरने से उसकी बाइक पूरी तरह आगे से टूट गई है, वहीं मांगीलाल के सिर में चौट आने से उसकी करीब १०-१२ घंटे पहले ही मौत हो गई।
कपंनी में सुपरवाइजर था-
मृतक के परिजनों ने बताया कि मांगीलाल कालीङ्क्षसध नदी पर पुल बना रही कंपनी में सुपरवाइजर था। वो साइड का पूरा काम संभालता था।प्रतिदिन की तरह शाम को काम पूरा होने के बाद अपने गांव जा रहा था। इसी दौरान झिरनिया घाटी पर ये हादसा हो गया। वहीं परिजनों ने हादसे की आशंका जताई है। मांगीलाल के दो लड़कियां व एक लड़का है अभी तीनों की शादी नहीं हुई है। वो ही निजी कंपनी में काम कर परिवार को पाल रहा था।
पिछले साल भी हुई थी दो युवाओं की मौत-
झिरनियां घाटी ब्लैक स्पॉट बना हुआ है। यहां अंधा मोड होने से आए दिन हादसे होते हैं। इसी जगह पिछले साल भी कोटा के दो युवाओं की मौत हो गई थी। वहीं एक माह पहले एक व्यक्ति की मोड पर बाइक अनियंत्रित होने से इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस प्रशासन व परिवहन विभाग को इस ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए यहां की झाडियां कटवाकर यहां खतरनाम मोड धीरे चलें का बोर्ड लगवाना चाहिए। ताकि आए दि