पिछले शुक्रवार काे टेक्नीकल बिड में चयनित हुई चार कंपनियों ने अपना प्रस्तुतिकरण दिया था। इनमें से सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड का चयन हुआ है। यमुना प्राधिकरण की ओर से 1000 एकड़ में फिल्म सिटी बनाए जाने की योजना है। यह फिल्म सिटी दुनियाभर के लिए एक नमूना होगी। इसी फिल्म सिटी की डीपीआर के लिए पिछले सप्ताह एनडीएस आर्ट वर्ल्ड प्राइवेट लिमिटेड, सीपी कुकरेजा आर्किटेक्ट्स, सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड और एगिस इंडिया कंसल्टिंग इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड ने निविदा डाली थी।
शुक्रवार को खोली गई फाइनेंशल बिड में सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड का नाम फाइनल हुआ है। सभी चार कंपनियों की ओर से शुक्रवार काे प्रस्तुतीकरण दिया गया। इस प्रस्तुतिकरण को प्राधिकरण के सीईओ समेत अन्य अधिकारियों ने सुना और देखा जिसके बाद चारों कंपनियों के प्रेजेंटेशन पर मंथन हुआ। इन चारों कंपनियों ने बताया कि वह किस तरह से दुनिया की सबसे बेहतरीन और खूबसूरत फिल्म सिटी का डिजाइन तैयार करेंगे।
इस दौरान प्राधिकरण के अधिकारियों ने भी कंपनी को यह भी कहा कि वह दुनिया की सभी फिल्म सिटी का भ्रमण करें और उनकी सबसे अच्छी चीजों को नोएडा में बनने जा रही फिल्म सिटी में शामिल करें। अब इसी क्रम में चयनित कंपनी मुंबई और हैदराबाद के अलावा दुनिया भर की अन्य फिल्म सिटी का भ्रमण करेगी और वहां के सभी मॉडल देखने के बाद अपनी डीपीआर रिपोर्ट बनाएगी। यह बात भी सामने आ रही है कि फिल्म सिटी को पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के रूप में तैयार करने पर भी विचार चल रहा।
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्राधिकरण ने त्वरित कार्रवाई करते हुए महायोजना-2021 के तहत फिल्म सिटी की स्थापना के लिए सेक्टर-21 में स्थित 1000 एकड़ भूमि का प्रस्ताव शासन को भेजा दिया था। फिल्म सिटी के लिए प्रस्तावित भूमि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और जेवर से लगभग 06 किलोमीटर पहले है। सेक्टर-21 से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे की दूरी लगभग 12 किलोमीटर है। यह सेक्टर नोएडा- ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस के जरिए दिल्ली से जुड़ा है।