जिसके चलते जिलाधिकारी को एक बयान जारी कर करना पड़ा। जिसमें उन्होंने कहा कि यह उनके द्वारा जारी किया गया पत्र नहीं है, इसमें छेड़छाड़ की गई है। जिलाधिकारी के आदेश पर सेक्टर 20 थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू की। जिसमें पता चला कि ये शरारत सेक्टर-12 स्थित एक सरकारी स्कूल के दो छात्रों की है। पुलिस ने दोनों छात्रों में हिरासत में ले लिया है।
ये है पूरा मामला एसपी सिटी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि रविवार देर रात को सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी का एक आदेश तेजी से वायरल हुआ था। जिसमें यह कहा गया था कि जिले में 23 व 24 दिसंबर को सभी स्कूल व कॉलेज बंद रहेंगे। इस पत्र में जिलाधिकारी के हस्ताक्षर भी किए गए हैं। वहीं छेड़छाड़ कर इस पत्र के जारी होने के बाद जिलाधिकारी बीएन सिंह ने रविवार देर रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि सोमवार व मंगलवार को जनपद के कोई भी स्कूल और कॉलेज बंद नहीं हैं। यह पत्र उनके द्वारा जारी नहीं किया गया है। साथ ही जिलाधिकारी के पीएस द्वारा सेक्टर-20 थाने में आईपीसी कि धारा 419, 420, 500 और 66 आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया। जिसके बाद साइबर सेल इस मामले की जांच में जुट गया।
छात्रों ने पूछताछ में बताई वजह एसपी ने बताया कि जांच में इस मामले में सेक्टर-12 स्थित एक सरकारी स्कूल के दो छात्रों को हिरासत में लिया गया है। जिन्होंने पूछताछ में बताया कि ठंड में छुट्टी मनाने और मौज मस्ती के लिए उन्होंने एक ऑनलाइन ऐप से जिलाधिकारी के पुराने पत्र को एडिट किया और डीएम गौतमबुद्ध नगर का फर्जी ट्विटर अकाउंट बनाया। फिर इस पत्र को वायरल कर दिया। वहीं इस मामले में जिलाधिकारी बी.एन सिंह का कहना है कि कानून के तहत इन दोनों बच्चों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अगर यह बच्चे नाबालिक हैं तो इन्हें जुवेनाइल कोर्ट भेजा जाएगा।