नोएडा के फेस 2 थाना पुलिस को गेझा गांव में रहने वाले शेर सिंह ने घटना की सूचना दी। उन्होंने बताया कि उनके मकान में गंगाराम अपने बच्चों के साथ किराए पर रहता है। वह ड्राइवर का काम करते हैं। बढ़ती ठंड को देखते हुए परिवार के लोगों ने घर के आंगन में अंगीठी से हाथ ताप रहे थे। कुछ देर बाद परिवार के लोग अपने काम में व्यस्त हो गए। तभी शेर सिंह की ढाई वर्षीय पोती प्राची और गंगाराम की छह वर्षीय बेटी यशू और आठ वर्षीय बेटा दिव्यांश भी आग में हाथ तापने लगे। इसी दौरान अचानक आग ने तीनों बच्चों के गर्म कपड़ों को पकड़ लिया। आग ने ऊनी कपड़े को अपनी चपेट में ले लिया और तीनों बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए।
पुलिस ने बताया कि तीनों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर प्राची की देर रात ही मौत हो गई, जबकि इलाज के दौरान यशु की भी मौत हो गई। दिव्यांश की हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है। उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद गेझा गांव में मातम छा गया है। वहीं मृतक बच्ची प्राची के पिता रोहित, माता मीनू और दादा शेर सिंह और मृतका बच्ची यशु के पिता गंगाराम और माता रेखा का रो-रो कर बुरा हाल है।