सुनील राठी ने कहा था, मुन्ना लाया था पिस्टल दरअसल, सोमवार को मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूत्रों के अनुसार, आरोपी सुनील राठी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी मुन्ना बजरंगी से इस बात पर बहस हो गई थी कि उसने उसे मोटा कह दिया था। पिस्टल भी मुन्ना बजरंगी लेकर आया था। बहस बढ़ने पर उसकी मुन्ना बजरंगी से हाथापाई हो गई। इसमें उसने मुन्ना से पिस्टल छीनकर उसे गोली मार दी थी। पहले तो सुनील राठी के इसी बयान पर सवाल उठ रहे थे। अगर मुन्ना बजरंगी को पेशी के लिए झांसी जेल से बागपत लाया गया था तो वह अपने साथ तो पिस्टल नहीं ला सकता है। और अगर जेल में वह पिस्टल लाया भी तो किसी ने चेक क्यों नहीं किया। फिर दोनों के बीच झगड़ा हुआ तो किसी ने रोका क्यों नहीं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई फोटो इन सवालों के बीच एक और बड़ा सवाल सोशल मीडिया पर वायरल फोटो ने कर दिया। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद की दो फोटो वायरल हो रही हैं। इनमें खून से लथपथ मुन्ना बजरंगी का शव जमीन पर पड़ा दिख रहा है। एक फोटो में उसके सिर पर गोलियों के निशान हैं, जबकि दूसरी सिर के साथ सीने पर दो गोलियों के निशान दिख रहे हैं। एक निशान बीच में जबकि दूसरा बाईं ओर दिख रहा है। इससे यह आशंका जताई जा रही है शव की फोटो खींची गई है। इसके बाद उसके सीने में दो गोली मारी गई हैं। गोली मारने के बाद फिर उसकी फोटो ली गई। इससे एक बात और की आशंका भी है कि जेल में मोबाइल ले जाया गया था। क्योंकि ये फोटो मोबाइल से खींची हुई बताई जा रही हैं। वहीं इस मामले के सामने आने पर एडीजी जेल को इसकी भी जांच करने को कहा गया था।
जेल में नहीं है सीसीटीवी कैमरा मंगलवार को एडीजी जेल चंद्रपकाश बागपत पहुंचे थे। उन्होंने यहां जेल में बंद मुन्ना बजरंगी की हत्या के आरोपी सुनील राठी से भी पूछताछ की। एडीजी के अनुसार, अभी तक की जांच में कुछ नतीजा नहीं निकला है। उन्होंने इसके अलावा कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। इस दौरान एक और बड़ी बात सामने आई है। जेल में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। इस पर एडीजी चंद्रप्रकाश का कहना है कि बागपत जिला जेल में कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था। जब सीसीटीवी न होने का कारण मीडिया कर्मियों ने पूछा तो उन्होंने इसके पीछे टेंडर प्रक्रिया में देरी होने को वजह बताया। इसकी डेट लाइन 30 जून थी। एडीजी के मुताबिक, जिस वक्त मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई। उस वक्त घटना वाली जगह पर कोई जेलकर्मी नहीं था। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जेल में पिस्टल कैसे पहुंची।