पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास एक द्रोणिका के रूप में बना है। मराठवाड़ा से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका बनी हुई है जो मौसम में बदलाव का कारण बन रही है। चक्रवातीय परिसंचरण उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय है और एक ट्रॉफ लाइन दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश से तमिलनाडु तक फैली हुई है जो मौसम पर प्रभाव डाल रही है।
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उत्तर भारत से लेकर मध्य प्रदेश तक पश्चिमी जेट स्ट्रीम बनी हुई है, जिसमें 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर 300 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चल रही हैं। तापमान में गिरावट के कारण वातावरण में नमी आ रही है और उत्तर प्रदेश के लगभग सभी जिलों में बारिश की संभावना है। आने वाले 48 घंटों के अंदर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है, जिससे फरवरी के अंत में कई जिलों में बारिश हो सकती है।25 फरवरी, 2024 आंधी और बिजली, तूफान आदि
26 फरवरी, 2024 आंधी और बिजली, तूफान आदि
ओलावृष्टि
27 फरवरी, 2024 आंधी और बिजली, तूफान आदि आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, कासगंज, एटा, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है।