इस महीने में भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने में जुट जाते हें। लेकिन कई बार लोगों को संदेह रहता है कि किस तरह भोलेनाथ को प्रसन्न किया जाए। ताकि उनकी मनोकामना पूरी को सके। लाल मंदिर के पुजारी पंडित विनोद शास्त्री का कहना है कि लोगों को अपनी राशिनुसार शिव की पूजा करने से लाभ मिलता है। इस सावन उन्हें अपनी राशि के हिसाब से ही शिव पूजन करना चाहिए।
मेष राशि इस राशि के जातकों को भगवान शिव को लाल चंदन और लाल रंग के फूल चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही ‘नागेश्वराय नम:’ का जाप भी करना चाहिए।
वृषभ राशि वृषभ राशि के जातकों को शिव को चमेली के फूल अर्पित करने चाहिए और रुद्राष्टाकर का पाठ करना चाहिए। इससे आशातीत लाभ होगा। मिथुन राशि मिथुन राशि के जातक को शिव को धतूरा और भांग चढ़ाना चाहिए। इसके साथ में पंचाक्षरी मंत्र का जाप भी करने से लाभ मिलता है।
कर्क राशि कर्क राशि के जातकों को भांग मिश्रित दूध से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए और रुद्राष्टाध्यायी का पाठ करना चाहिए।
सिंह राशि सिंह राशि के जातकों को सावन के पूरे महीने शिव को कनेर के लाल रंग के फूल अर्पित करने चाहिए तथा शिव मंदिर में शिव चालीसा का पाठ करना चाहिए।
कन्या राशि कन्या राशि के जातकों को शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, भांग आदि का श्रृंगार चढ़ाना चाहिए और पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे लाभ होगा। तुला राशि तुला राशि के जातकों को दूध में मिश्री मिलाकर उससे शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इस दौरान उन्हें शिव के सहस्रनाम का जाप करना चाहिए।
वृश्चिक राशि वृश्चिक राशि के जातकों को भोलेनाथ को गुलाब का फूल व बिल्वपत्र की जड़ अर्पित करने चाहिए और नित्य रुद्राष्टक का पाठ करना चाहिए। धनु राशि धनु राशि के जातकों को प्रात: शिवजी के चरणों में पीले रंग के फूल अर्पित करने चाहिए। इसके साथ ही प्रसाद के रूप में खीर का भोग लगाएं व शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए।
मकर राशि मकर राशि के जातकों को शांति व समृद्धि के लिए भगवान शिव को धतूरा, फूल, भांग एवं अष्टगंध चढ़ाना चाहिए। इस दौरान उन्हें पार्वतीनाथाय नम: का जाप भी करना चाहिए। कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए एवं शिवाष्टक का पाठ करना चाहिए। इससे आर्थिक लाभ मिलेगा। मीन राशि मीन राशि के जातकों को शिवलिंग पर पंचामृत, दही, दूध व पीले फूल चढ़ाने चाहिए एवं चंदन की माला से 108 बार पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे धन-धान्य में वृद्धि होगी।