यह भी पढ़ें— शनि जयंती के दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, नहीं तो हो जाएंगे बर्बाद शनिवार को भूलकर भी सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए। पंडित चंद्रशेखर शर्मा बताते हैं कि इस दिन तेल खरीदने से घर में नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न होता है, जो अशुभ घटनाओं का कारण बनता है। इसके साथ ही काले कुत्तों को सरसों के तेल से बना हलुआ या रोटी पर सरसों का तेल लगाकर खिलाना चाहिए इससे शनि की दशा टलती है। इसलिए शनिवार को सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए।
सभी जानते हैं कि शनि देव की दशा टालने के लिए काले तिल का दान और पीपल के वृक्ष पर भी काले तिल चढ़ाने का नियम है, लेकिन शनिवार को काले तिल कभी न खरीदें। ऐसी मान्यता है कि इस दिन काले तिल खरीदने से कार्यों में बाधा आती है।
वहीं अगर नमक खरीदना है तो बेहतर होगा शनिवार के बजाय किसी और दिन ही खरीदें। शनिवार को नमक खरीदने से यह उस घर पर कर्ज लाता है। साथ ही रोग भी उत्पन्न होने लगते हैं।
यह भी पढ़ें— शनि जयंती 2018: सैकड़ों साल बाद 15 मई को बन रहा ये दुर्लभ संयोग किसी भी शनिवार को लोहे से बना सामान खरीदना नहीं चाहिए। शनिवार को लोहे का सामान खरीदने से शनिदेव नाराज हो जाते हैं। इस दिन लोहे से बनी चीजों के दान का विशेष महत्व है। लोहे का सामान दान करने से शनि देव की कोप दृष्टि निर्मल होती है। वहीं शनिवार को लोहे की नई कैंची नहीं खरीदनी चाहिए। इस दिन खरीदी गई कैंची रिश्तों में तनाव ला सकती है।
शरीर के लिए जितने जरूरी वस्त्र हैं, उतने ही जूते भी। काले रंग के जूते पसंद करने वालों की तादाद आज भी काफी है। अगर आपको काले रंग के जूते खरीदने हैं तो शनिवार को न खरीदें। कहा जाता है कि शनिवार को खरीदे गए काले जूते पहनने वाले को
कार्य में असफलता दिलाते हैं।
झाड़ू से घर साफ होता है और निर्मल बनता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। ऐसी मान्यता है कि शनिवार को झाड़ू घर लाने से दरिद्रता का आगमन होता है। वहीं अनाज पीसने के लिए चक्की भी शनिवार को नहीं खरीदनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि यह परिवार में तनाव लाती है और इसके आटे से बना भोजन रोगी बनाता है।