नोएडा: एनकाउंटर का नहीं है खौफ, लूट का विरोध करने पर व्यापारी की गोली मारकर हत्या- देखें वीडियो आसपास के जिलों में बोलती थी तूती मेरठ के जिलाध्यक्ष रह चुके जयवीर सिंह की किसी सरकार में मेरठ हीं नहीं बल्कि आसपास के जिलों में भी तूती बोलती थी। अखिलेश यादव की सरकार में अधिकारी भी उनकी बात सुनते थे। हालांकि, अब वह जिलाध्यक्ष नहीं हैं लेकिन उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है। जयवीर सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। अारएसएस के कार्यक्रम में शामिल होने पर उनका कहना है कि वह समागम में गए थे। वह सपा हैं या भाजपा में, इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। वहीं, इस बारे में सपा के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। उधर, उनके समागम में शामिल होने पर शहर में चर्चाओं व राजनीति का माहौल गरम हो गया है। बताया यह भी जा रहा है कि उन्होंने वीआईपी गेट से एंट्री नहीं की है।
नीरव मोदी ही नहीं बल्कि इसने भी लिया बैंक से 110 करोड़ का लोन, अब तक नहीं चुकाया लाखों स्वयंसेवक उपस्थित हुए आपको बता दें कि रविवार को अंग्रेजों को बाहर का रास्ता दिखाने वाली क्रांतिधरा मेरठ आरएसएस के ऐतिहासिक राष्ट्रोदय महाकुंभ की गवाह बनी। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों के इस विशाल महाकुंभ से सामाजिक समरसता, सौहार्द, एकता, खंडता, संस्कृति, उदारता, भेदभाव पर चोट, सामाजिक बुराइयों पर प्रहार और राष्ट्रभक्ति जैसे कई संदेश मजबूती से निकले। इस समागम में आरएसएस के गणवेश में लाखों स्वयंसेवक उपस्थित हुए थे। इस समागम की अध्यक्षता महामंलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने की। इसमें मुख्य अतिथि संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत रहे।