अगर यह पार्टी महागठबधंन में हो गई शामिल तो बढ़ेंगी पीएम मोदी की मुश्किलें, पहले भी बिगाड़ चुकी है बीजेपी का खेल
अखिल भरतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय संयोजक युवा मोर्चा पंडित रविंद्र शर्मा और गौतम बुद्ध नगर के जिलाध्यक्ष पंडित अशोक वैद्य ने बताया कि देश में पहले से ही जाति आधारित आरक्षण व्यवस्था से हिंदुओं में दूरियां बढ़ रही है। आरक्षण की वजह से शिक्षित युवा वर्ग बेरोजगार है। उन्होंने बताया कि इस कानुन लागू होने से हिंदूओं में आपसी रंजिशें बढ़ेंगी। इसका फायदा इस्लामिक ताकतें उठा सकती है। अगर इस कानून में संशोधन नहीं किया गया तो सवर्ण और ओबीसी वर्ग के किसी भी व्यक्ति को फर्जी केस के जरिए फंसाया जा सकता है। बिल की वजह से बगैर जांच ही पुलिस जेल भेज देगी। ऐसा पहले भी हो चुका है। साथ ही यह दुश्मनी निकालने का एक बड़ा हथियार होगा। दलितों के प्रति जरनल वर्ग में घृणा पैदा होगी। इसलिए अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा इस संशोधन का विरोध करती है। उन्होंने बताया कि महासभा के ऐलान पर पूरी यूपी के हर जिले के जिला मुख्यालय पर ज्ञापन सौंपा गया है। अखिल भरतीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय संयोजक युवा मोर्चा पंडित रविंद्र शर्मा और गौतम बुद्ध नगर के जिलाध्यक्ष पंडित अशोक वैद्य ने बताया कि बिल में पुन संशोधन की मांग पदाधिकारियों की तरफ से की गई है। साथ ही उन्होंने ऐलान किया है कि अगर केंद्र सरकार बिल को वापस नहीं लेती है तो इसके दुष्परिणाम देखने को मिलेंगे। इसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी। उन्होंने बताया कि सवर्ण समाज बीजेपी के विरोध में खड़ा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 19 अगस्त को देशव्यापी महापंचायत बुलाई गई है। इस दौरान आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस मौके पर महामंत्री पंडित रामकिशन शर्मा, मांगेराम, एडवाकेट आशुतोष, मुकेश शर्मा एडवोकेट, सुनील शर्मा, अनिल शर्मा, देवेश शर्मा, रामानंद शर्मा, सुरेश चंद शर्मा, चंद्रभान वशिष्ठ, रतनवीर शर्मा, वरुण शर्मा, अतुल शर्मा, हिमांशु शार्मा