अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके संघप्रिय गौतम ने पत्र के जरिये कहा है कि मोदी हटें, गडकरी बढ़ें तो भाजपा बचे। उन्होंने कहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव से नरेंद्र मोदी का कद बहुत ऊंचा हो गया है। उनकी नीतियों के कारण देश का नाम दुनिया में रोशन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा है कि यूपी में 2017 के विधानसभा चुनावाें में भी भाजपा ने अप्रत्याशित जीत हासिल की थी, लेकिन इसके बाद से मोदी मंत्र और अमित शाह के चक्रव्यूह को ग्रहण लग गया है। संविधान को बदलने की पार्टी के कुछ लोगों द्वारा बातें करना अथवा संविधान से छेड़छाड़ करना, सुप्रीम कोर्ट, आरबीआई या सीबीआई में दखलअंदाजी करना बुरा असर डालता है। इसके अलावा जोड़-तोड़ की राजनीति से सरकार बनाना भी गलत निर्णय है। उनका कहना है कि उन्होंने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को आज इस मुकाम तक पहुंचाया है। अब हालत देखकर दुख होता है। तीन राज्यों में भाजपा की हार से उन्हें बहुत तकलीफ हुर्इ है। इसलिए ही उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और आरएसएस को पत्र लिखा है।
इस बड़े धर्मगुरु ने कहा- भाजपा पागलों की पार्टी, इसमें एक नहीं बहुत सारे पागल, देखें वीडियो- उन्होंने कहा कि 5 राज्यों में हुए चुनाव में मोदी मंत्र और अमित शाक का चक्रव्यूक निष्प्रभावी साबित हुआ। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार चली गई। हार की जिम्मेदारी नरेंद्र मोदी और अमित शाह को अपने सिर पर लेनी चाहिए थी। उन्होंने आगे कहा कि लाेकसभा चुनाव सामने हैं, लेकिन इस बार मोदी मंत्र नहीं चलेगा। उनका कहना है कि भाजपा को दोबारा सत्ता में आना और मोदी का प्रधानमंत्री बनना बेहद जरूरी है। इसके लिए सरकार और संगठन में बड़े फेरबदल की जरूरत है। उन्होंने पत्र के जरिये सुझाव देते हुए कहा कि नितिन गडकरी को उपप्रधानमंत्री बनाना चाहिए। योगी आदित्यनाथ को धर्मिक कार्यों में लगाकर राजनाथ सिंह को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। अमित शाह को अब राज्यसभा में भेजकर शिवराज सिंह चौहान को भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदार सौंपनी चाहिए। इससे कार्यकर्ताओं में फिर से जोश आएगा।