उल्लेखनीय है कि दिल्ली के साथ पूरे एनसीआर के जिलों में वायु प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसी वजह से दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद कर दिए हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि यूपी सरकार भी वेस्ट यूपी में बढ़ते प्रदूषण के कारण स्कूल बंद कर सकती है। इसी बीच बुधवार देर रात आनन-फानन में गौतमबुद्ध नगर समेत गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर जिले में स्कूल-कॉलेजों को 21 नवंबर तक के लिए बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए, लेकिन करीब डेढ़ घंटे बाद ही जारी आदेशों को वापस ले लिया गया।
यह भी पढ़ें-
18 व 19 को बारिश के बाद शुरू होगा शीतलहर का प्रकोप, जानें मौसम की ताजा भविष्यवाणी नोएडा में उठाए जा रहे सख्त कदम बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर प्रशासन स्तर पर कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में निर्माण कार्यों पर लगी रोक जारी रहेगी। इसके साथ ही जिलेभर में डीजल जेनरेटर चलाने पर भी प्रतिबंध रहेगा। हालांकि इमरजेंसी सेवाओं के लिए इसमें छूट दी गई है। इसके साथ ही अब नोएडा में सरकारी के साथ निजी कार्यालयों में 50 प्रतिशत स्टाफ को ही बुलाने की अनुमति होगी।
कम होने का नाम नहीं ले रहा प्रदूषण बता दें कि दिवाली के बाद से वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। लोगों को आंखों में जलन के साथ सांस लेने में भी परेशानी महसूस हो रही है। सुुबह के समय लोगों ने मॉर्निंग वाॅक पर जाना बंद कर दिया है। वहीं, सीपीसीबी ने भी बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलने की अपील की है।