दरअसल, आप कार्यकर्ता आपराधिक घटनाओं और हत्याओं के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए पैदल सिटी मजिस्ट्रेट के कार्यालय जा रहे थे। वे सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौपने जा रहे थे। उनका कहना है की उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। हर वर्ग पर अत्याचार हो रहा है। योगी सरकार कानून व्यवस्था पर लगाम लगाने में फेल चुकी है। हमारी मांग है कि सरकार अपराधियों पर लगाम लगाये और जिन अपराधियों और माफियाओं को सरकारी संरक्षण मिल रहा है उनका नाम उजागर करें।
आप के पदाधिकारियों का यह भी कहना था कि हम जो मांग कर रहे हैं और वह लोकतंत्र और जनहित में कर रहे है, में कर रहे हैं हम कोई अपने लिए मांग नहीं कर रहे हैं इसलिए मांगों को सरकार को मानना पड़ेगा, अगर सरकार मांग हैं नहीं मानेगी तो उसे भी जनता उखाड़ कर फेंक देगी जैसे पिछली सरकारों साथ किया गया है।
आप आदमी के महानगर कार्यालय से निकलते सेक्टर 20 थाने की पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुँच गए और प्रदर्शन को रोकने को कहा इस पर इस बीच पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच खासी धक्का-मुक्की भी हुई है। इसके बाद सेक्टर 18 में पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर थाना सेक्टर-20 में बंद कर दिया है। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष भूपेन्द्र जादौन ने नोएडा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका प्रर्दशन संसदीय और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन चल रहा था। सरकार की नीतियों और अपराध के खिलाफ आवाज़ उठाना हम लोगों का अधिकार और नैतिक दायित्व है।
आप कार्यकर्ताओं का आरोप है कि नोएडा पुलिस की भूमिका बेहद निंदनीय और नकारात्मक थी। पुलिस का काम हम लोगों से बातचीत करना और हमसे ज्ञापन लेना है। अगर हम लोग कानून का उल्लंघन करें तो हमें गिरफ्तार किया जा सकता है। लेकिन पुलिस अफसरों ने हम लोगों को गंदी-गंदी गालियां बकी हैं। पुलिस ने महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की है। यह महिलाएं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी नहीं हैं। पार्टी के कई कार्यकर्ता अपने वाहनों और और कारों में बैठे हुए थे। उनके परिवार के सदस्यों के साथ भी मार पीट और धक्का-मुक्की पुलिस ने की है। उनको भी पुलिस ने गिरफ्तार करने की कोशिश की। पुरुष पुलिस कर्मियों ने महिलाओं को पकड़कर खींचा और मार पीट की है। हम लोग पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह से मिलकर इस मामले में कार्रवाई की मांग करेंगे।