बागपत। देश में नोटबंदी को लेकर चल रहे विरोधाभासों के बीच गेहूं पर केंद्र सरकार ने आयात शुल्क हटा दिया है। इसे लेकर किसान संगठन तथा राष्ट्रीय लोकदल बिफरी हुई है। रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी ने बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसान विरोधी करार देते हुए चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा कि गेहूं पर आयात शुल्क दस फीसदी से घटाकर शून्य करने से किसान बर्बाद हो जाएगा। आयातित गेहूं के आने से घरेलू गेहूं का बाजार भाव धड़ाम हो जाएगा। जयंत चौधरी ने चेतावनी देते हुए बताया कि रालोद 12 दिसंबर को समस्त जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी, इस दौरान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगे। जयंत चौधरी की ओर से जारी बयान के अनुसार भाजपा किसानों का हमदर्द होने का दावा करते हुए सत्ता में आई थी, लेकिन तुगलकी नीतियों की मार सबसे अधिक किसान पर ही पड़ी है।
वहीं उन्होंने कहा कि धान की फसल औने-पौने दामों में बेचनी पड़ी और अब गेहूं भी इसी तरह बेचना पड़ेगा। आयात शुल्क दस फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया गया है। इससे विदेशी गेहूं और सस्ता हो जाएगा। जिसका सीधा असर घरेलू गेहूं की कीमत पर पड़ेगा। आयातित गेहूं के चलते घरेलू गेहूं की व्यापारी के साथ सरकार औने-पौने दामों में लूट करेंगे। यानी कि एक बार फिर किसान बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा।
उन्होंने कहा कि स्टील उद्योग को बचाने के लिए सरकार ने स्टील पर 10 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी बढ़ाने का प्रस्ताव जारी किया है। जिससे यह उद्योग बचाया जा सके, लेकिन बाढ़, सूखा और कर्ज के चलते आत्महत्या करने को मजबूर किसानों को राहत देने की कोई नीयत नहीं है। इस पर रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वह आगामी 12 दिसंबर को सरकार की इस किसान विरोधी नीति के विरुद्ध जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे और सरकार के नाम ज्ञापन देंगे।
Hindi News / Noida / प्रधानमंत्री के इस कदम से भड़के जयंत चौधरी, ‘गुस्से’ में दी ये चेतावनी