सेक्टर-6 स्थित नोएडा एंटरप्रिनियोर्स एसोसिएशन (एनईए) सभागार में आयोजित कार्यक्रम में एनईए अध्यक्ष विपिन कुमार मल्हन ने कहा आर्थिक मंदी में उद्यमियों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उत्पादन क्षमता मंदी में प्रभावित होने से उद्यमियों को अपनी यूनिट का खर्च निकालने से लेकर कर्मचारियों को वेतन देने तक का संकट खड़ा हो गया है। इसके बावजूद श्रमिको और उनके परिवार को कोरोना काल में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए उद्यमियों ने कारोबार में घाटा होने के बावजूद समय पर वेतन दिया, लेकिन डिस्ट्रिक्ट लेबर कमिश्नर की विभागीय उदासीनता और प्रताड़ना से उद्यमी परेशान हैं।
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यूपी में अभी गर्मी से राहत के आसार नहीं, भीषण लू पड़ने का अलर्ट जारी उद्यमियों को नोटिस भेजकर मांगा जा रहा पांच साल का लेखा-जोखा मल्हन ने कहा कि विभाग की ओर से उद्यमियों को नोटिस देकर पांच साल का लेखा-जोखा मांगा जा रहा है। कामगारों को दो साल में दिए बोनस की जानकारी मांगी गई है। उद्यमी फैक्ट्री का संचालन ठीक ढंग से नहीं कर पा रहे हैं। सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली योजनाओं के संबंध में उद्यमियों को विभाग द्वारा जानकारी नहीं दी जाती। इससे कामगार योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। जबकि सरकार योजनाओं को क्रियांवित करने के लिए उद्यमी प्रतिबद्ध है। महत्वपूर्ण बैठक से अधिकारियों के नदारद होने से समस्या का समाधान नहीं हो पाता है।
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– मास्क अनिवार्य, स्कूलों के लिए नई गाइडलाइन जारी, जानें क्या है जरूरी सरकार कामगारों और उनके परिवार को कराएगी निशुल्क धार्मिक स्थलों की यात्रा भराला ने बताया कि सरकार कामगारों और उनके परिवार को धार्मिक स्थलों की निशुल्क यात्रा कराएगी। एक मई को कामगार मथुरा वृंदावन की यात्रा परिवार के साथ करेंगे। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वह उद्यमी के साथ समन्वय स्थापित करके अधिक से अधिक कामगारों के फार्म भरवाएं। इस मौके पर श्रम परिषद सदस्य अनुज पांडेय, सहायक श्रमायुक्त शंकर, लघु उद्योग भारती अध्यक्ष एलबी सिंह, एनईए वरिष्ठ उपाध्यक्ष राकेश कोहली, हरीश जोनेजा, धर्मवीर शर्मा आदि मौजूद रहे।