बता दें कि नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने वर्ष 2019 (जनवरी से दिसंबर तक) में कुल 6,99,708 चालान काटे। इनसे 14 करोड़ 76 लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया। यानी नोएडा में पिछले साल रोज 1900 से अधिक चालान काटे गए। एक वर्ष में इतनी बड़ी संख्या में चालान काटने से नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने जो जुर्माना वसूला है, वह इस मामले में विभाग की ओर से अब तक की गई सबसे बड़ी कमाई है। अब और भी दिलचस्प आंकड़े आपको आगे पढऩे को मिलेंगे।
इससे पहले, वर्ष 2018 में यही नोएडा ट्रैफिक पुलिस थी, जिसने 5 लाख 70 हजार 908 चालान किए थे और इनसे बतौर जुर्माना जो वसूला, वह केवल 2 करोड़ 77 लाख रुपये था। आंकड़ों की मानें तो 2018 की तुलना में 2019 में नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने चालान तो 22.56 प्रतिशत ज्यादा काटे, लेकिन बतौर जुर्माना जो वसूली हुई, वह 532 प्रतिशत तक ज्यादा है। हालांकि, एक्सपर्ट का मानना है कि सारा खेल नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत बढ़ी हुई जुर्माने की राशि का है, जिसने नोएडा ट्रैफिक पुलिस को कुछ ही महीनों में मालामाल तो बनाया ही है, एक नया कीर्तिमान स्थापित करने में भी मदद की है।
वहीं, वर्ष 2016 में नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने 1 लाख 47 हजार 143 चालान काटे, जिनसे 1 करोड़ 86 लाख रुपये बतौर जुर्माना वसूला गया। इसके अगले वर्ष यानी 2017 में 1 लाख 58 हजार 819 चालान काटे गए, जिनसे जुर्माने के तौर पर 2 करोड़ 77 लाख रुपये मिले। 2017 में भी 2016 की अपेक्षा चालान तो ज्यादा नहीं बढ़े लेकिन जुर्माने की रकम करीब 90 लाख बढ़ गई।
2018 में चालान 360 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन जुर्माना नहीं नोएडा ट्रैफिक पुलिस ने वर्ष 2018 में 5 लाख 70 हजार 908 चालान काटे, मगर जुर्माने की वसूली सिर्फ 2 करोड़ 77 लाख रही। वहीं, एक वर्ष पहले 2017 में 1 लाख 58 हजार 819 चालान काटे गए और जुर्माना तब भी 2 करोड़ 77 लाख रुपये ही रहा। यानी 2017 की अपेक्षा 2018 में 360 प्रतिशत चालान ज्यादा काटे गए, लेकिन वसूली उतनी ही रही। ऐसा क्यों हुआ यह बड़ा सवाल है।