एसएसपी ने की प्रेसवार्ता प्रेस वार्ता में एसएसपी वैभव कृष्ण (SSP Vaibhav Krishna) ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच अन्य जिले की पुलिस द्वारा करने का अनुरोध किया गया था। नोएडा में कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई तरह के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसके चलते उनकी छवि खराब करने के लिए इस तरह के वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि व्हाट्सऐप (Whatsapp) पर यह वीडियो वायरल किए जा रहे हैं। इसमें एक महिला की आवाज है। वीडियो में उनकी फोटो भी लगाई गई है। मामला संज्ञान में आने के बाद थाना सेक्टर-20 में मामला दर्ज कराया गया है। साथ ही आईजी से अनुरोध किया गया है कि मामले की जांच अन्य जनपद की पुलिस द्वारा कराई जाए, ताकि फर्जी वीडियो को वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।
सीएम ऑफिस में भेजी रिपोर्ट उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के कार्यकाल में उन्होंने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में संगठित अपराध और भ्रष्टाचार के कई मामलों का खुलासा किया है। इसके बाद कई पुलिसकर्मी और पत्रकार जेल गए हैं। इसके बाद से ही उनकी छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। एसएसपी ने यह भी बताया कि नवंबर में उन्होंने भ्रष्टाचार से जुड़े संवेदनशील मामलों को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में रिपोर्ट भेजी थी। उस रिपोर्ट में कुछ पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों के नाम हैं। हो सकता है कि उसी से बौखला कर असामाजिक तत्वों ने यह हरकत की हो। फिलहाल इन वीडियो को वायरल करने के पीछे किसका हाथ है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। एसएसपी का कहना है कि इन वीडियो को बनाने वाले और वायरल करने वाले जल्द ही गिरफ्त में होंगे।