यूपी के एनकाउंटर मैन ने किया बच्चियों से वेश्यावृत्ति कराने वाले बड़े गैंग का पर्दाफाश पुलिस के अनुसार, आरोपी गरीब और ग्रामीण क्षेत्र की रहने वाली नाबालिक लड़कियों और स्कूली छात्राओं को शॉर्ट स्कर्ट और टॉप पहनाकर उनको शहरी छात्रा के तौर पर ग्राहकों के सामने पेश कर ज्यादा से ज्यादा पैसे लेने के चक्कर में रहते थे। नोएडा सेक्टर-20 पुलिस ने इस मामले में एक सितंबर को डॉक्टर संतोष, मोहम्मद हकीम उर्फ मामा, सौरभ और प्रीति को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। वहीं एक नाबालिग किशोरी को इनसे मुक्त कराया था, जिसे इन आरोपियों ने एक लाख रुपये लेकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया था। रिमांड के दौरान महिला समेत चारों आरोपियों ने पुलिस के सामने गेस्ट हाउस में जिस्मफरोशी के धंधे की बात कबूली। इसके बाद पुलिस ने इनकी निशानदेही पर एक गेस्ट हॉउस संचालक को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से 4 लड़कियों को छुड़ाया है।
इस लड़की को पाने की चाहत में तबाह हो गई तीन प्रेमियों की जिंदगी, जानिये पूरी कहानी एसएसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने बताया कि सेक्टर-20 थाना क्षेत्र में आरोपी गिरफ्तार किए गए थे, जिनके द्वारा एक नाबालिग बच्ची को बहला-फुसला कर बेचा जा रहा था। आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पुलिस को पता चला कि कुछ अन्य आरोपी जो इस काम में साजिशकर्ता थे, जिनके द्वारा कुछ और युवतियों से भी जिस्मफरोशी का धंधा कराया जा रहा था। इसमें से चार युवतियों को पुलिस ने मुक्त कराया है। उसके साथ ही कुछ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। उनके मोबाइल और उनके वॉट्सऐप की डिटेल से जो जानकारी अभी तक मिली है उसकी पुलिस जांच कर रही है। इस मामले में पूरा नेटवर्क काम कर रहा है।
छेड़छाड़ का विरोध करने वाली छात्रा ने 17 दिन बाद तोड़ा दम, तनाव को देखते छावनी में तब्दील हुआ सरधना अब नहीं करेंगी ये गंदा काम वहीं आरोपियों के चंगुल से छुड़ाई गई नाबालिग बच्ची के माता-पिता अपनी बच्ची को पाने के बाद काफी खुश नजर आए। उन्होंने अरोपी के काले कारनामों की पोल भी खोली। साथ ही जिन लड़कियों को पुलिस ने छुड़ाया है उनका कहना है कि वे अब आगे कभी भी इस तरह का काम नही करेंगी। साथ ही इन लड़कियों में पुलिस को धन्यवाद भी कहा है।