दरअसल, कोरोना काल के कारण सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद नोएडा ग्रेटर नोएडा के बीच चलने वाली मेट्रो में यात्रियों को कई प्रक्रियाओं से गुजरना होगा। जैसे हर स्टेशन पर सवारियों की जांच के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग टीम लगाई गई है। जो सवारी के तापमान से लेकर जरूरी जांच करेगी। हर स्टेशन पर मार्किंग कर दी गई है। मेट्रो में पहले के मुकाबले 50 प्रतिशत सवारी ही सफर कर सकेंगी। एक एक सीट छोड़कर सवारी बैठेगी। इसके लिए स्टीकर लगा दिए गए हैं। मेट्रो में सफर करने के लिए मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड होना जरूरी है। सफर करने वाले को सर्दी, बुखार या कोई और लक्षण नही होने चाहिए। हर किसी को मास्क लगाना होगा।
चीफ ऑपरेशन मैनेजर आरके सक्सेना ने बताया कि इस बात का रिहर्सल किया गया कि यदि मेट्रो संचालन के दौरान किसी मुसाफिर के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर उस स्थिति से कैसे निपटा जाएगा। हर स्टेशन पर कोविड पाये जाने वाले व्यक्ति के लिए पेशेंट स्थान बनाई गई है, जहां ऐसे मरीज को बैठाया जाएगा और उसे वहां से कोविड अस्पताल भेजा जाएगा। वहीं नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली 49वीं वाहिनी पीएसी की सेनानायक कल्पना सक्सेना ने बताया कि पीएसी के जवान मेट्रो की सुरक्षा के लिए तैयार हैं। एनएमआरसी से हरी झंडी मिलने के साथ ही जवानों को सुरक्षा में तैनात कर दिया जाएगा।