इसी के चलते अब नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) द्वारा सेक्टर-145 में 35 हेक्टेयर जमीन पर मुंबई के एस्सेलवर्ल्ड की तर्ज पर एम्यूजमेंट पार्क विकसित किया जाएगा। जिसमें खेलकूद, मनोरंजन के साथ ही लोग अपने वीकैंड का जमकर लुत्फ उठा सकेंगे। इसके लिए एनएमआरसी द्वारा जमीन आवंटन के लिए नोएडा प्राधिकरण के पास फाइल भेज दी है। फिलहाल प्राधिकरण के अधिकारी इस पर कोई भी स्पष्ट जवाब देने से बच रहे हैं। कारण, एनएमआरसी को जहां जमीन दी जानी है उस पर किसानों और प्राधिकरण के बीच विवाद चल रहा है और यह मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
वहीं जानकारों की मानें तो फिलहाल नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे रूट पर कोई भी मॉल या एंटरटेनमेंट पार्क नहीं है। यदि यह एम्यूजमेंट पार्क बन जाता है तो इससे लाखों लोगों को सुविधा मिल सकेगी क्योंकि एक्सप्रेस-वे के साथ विकसित सेक्टरों में सैकड़ों सोसायटी बनी हुई हैं जिनमें लाखों की संख्या में लोग रहते हैं।
metro का सफर गौरतलब है कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा रूट पर एक्वा लाइन मेट्रो का संचलान अक्टूबर से लोगों के लिए शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। वहीं इसके संचालन के लिए आय की जरूरत पड़ेगी और इसके डीपीआर में यह ध्यान रखा गया था कि नोएडा प्राधिकरण 35 हेक्टेयर और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 15 हेक्टेयर जमीन वाणिज्यक गतिविधियों के लिए दी जाएगी। इसी से एनएमआरसी अपनी आय बढ़ा सकेगी।
नोएडा प्राधिकरण 1 हेक्टेयर मजीन एनएमआरसी और डीएमआरसी के संयुक्त रूप से सेक्टर-94 में दे चुका है। वहीं सेक्टर-145 में एनएमआरसी को 34 हेक्टेयर जमीन देने की बात कही जा रही है। इस जमीन का विवाद हल होते ही एनएमआरसी को जमीन उपलब्ध कर दी जाएगी। जिस पर एम्यूजमेंट पार्क सहित शापिंग मॉल का निर्माण किया जाएगा।
एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक पी.डी उपाध्याय के मुताबिक डीपीआर में यह शामिल है कि एनएमआरसी को 50 हेक्टेयर जमीन वाणिज्यक गतिविधि के लिए दी जानी है। नोएडा प्राधिकरण 35 हेक्टेयर और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण 15 हेक्टेयर जमीन देगा।