पुलिस ने 6 नाइजीरियन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस ने इनसे 3 लैपटॉप, विभिन्न कंपनियों के 17 टच स्क्रीनमोबाइल, एक इंटरनेट डोंगल, 40 हजार 860 रुपए नगद और 3 पासपोर्ट समेत एक स्कूटी यामाहा फसीनो बरामद किया है।
एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया, “ये गैंग नाइजीरिया का है। इस गैंग के सदस्य साल 2021 में पढ़ाई और इलाज के लिए भारत आए थे। इसके 6 महीने के बाद इनके वीजा समाप्त हो गई थी। इसके बाद भी यह यह अपने देश वापस नहीं गए और भारत में गैंग बनाकर अपराध करने लगे।”
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एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया, “पूछताछ में गैंग ने बताया कि डेटिंग ऐप के जरिए पहले महिलाओं से दोस्ती करते थे। इसके बाद गिफ्ट या विदेशी करेंसी भेजने की बात कहते थे। महिलाओं को कॉल करके बताया जाता था कि आपके लिए गिफ्ट भेज दिए गए हैं, लेकिन उसकी कस्टम ड्यूटी जमा करनी होगी।”एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया, “इसके बाद गैंग की भूटानी महिला कस्टम ऑफिसर बनकर भारतीय महिलाओं से पैसे की मांग करती थी।महिलाएं झांसे में आकर अकाउंट में पैसे भेज देती थीं। जांच में इस गिरोह की 300 महिलाओं के साथ चैटिंग पुलिस के हाथ लगी है।”
एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया, “आरोपियों ने महिलाओं के साथ धोखाधड़ी अपराध पिछले 7-8 से लगातार कर रहे हैं। इन्होंने सैकड़ों की संख्या में महिलाओं को अपने शातिर जाल में फंसाया है। आरोपियों में भारतीय महिलाओं के साथ-साथ और भी देशों जैसे पुर्तगाल, स्वीडन और नीदरलैंड आदि देशों की महिलाओं के साथ ठगी की है।”
एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया, आरोपियों ने ठगी से प्राप्त किए पैसों को विभिन्न फर्जी खातों में ट्रान्सफर करते थे। अपने देश नाइजीरिया की करेन्सी नायरा में बदलकर अपने शौक पूरे करते थे। अपराधियों का स्टेट बैंक में 1 लाख 25 रुपए को फ्रीज कराया गया है।