वहीं लोगों का कहना है कि वैसे तो भूरे शाह की दरगाह की मस्जिद पर आमतौर पर 400 से 500 आदमी होते थे, लेकिन इस शुक्रवार नोएडा में हो रही जगह-जगह नमाजो पर पाबंदी के बाद अब यहां हजारों की तादात में लोग इकट्ठा होकर नमाज़ अदा करने आए हैं। नमाजी फक्र ए आलम ने बताया कि इनमें कुछ लोग ऐसे हैं जो कि पहले नोएडा के सेक्टर 58 के पार्क में नमाज पढ़ते थे। अब वह यहां आकर अपनी नमाज अदा कर रहे हैं। इनका कहना है कि हमें कोई फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन थोड़ा टाइम जाया जरूर हो रहा है।
यहां नमाज पढ़ाने वाले इमाम अब्दुल नजीर का कहना है कि वह जुम्मे के दिन आकर यहां पर नमाज़ पढ़ाने आते हैं।जुम्मे की नमाज भी ईद की तरह ही होती है, यानी कि ये हफ्ते की ईद होती है और इसको बिना मौलवी के पढ़ा जाना संभव नहीं है। इसलिए मुस्लिम समुदाय के लोग इकट्ठा होकर मौलवी के पीछे नमाज पढ़ते हैं और खुतबा सुनते हैं। इसके साथ ही वह दुआ मांगते हैं, तब जाकर यह कहीं नमाज पूरी होती है।