पेशे से संगीतकार गुलफाम अहमद को यश भारती 2016 और पद्मश्री 2021 से भी सम्मानित किया जा चुका है। गुलफाम ने बताया कि कई पीढ़ियों पहले उनका परिवार अफगानिस्तान से आकर के भारत में बस गया था तब से वो यही हैं। बता दें कि गुलफाम अहमद को अफगानिस्तान का वाद्य यंत्र रबाब बजाने के लिए जाना जाता है। गुलफाम की बेटी हाजरा खान और दामाद हबीब शहाले काफी लंबे समय से अफगानिस्तान में रह रहे हैं। अहमद की जब उनकी बेटी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि वहां के हालात काफी बिगड़ चुके हैं। हालांकि जिस इलाके में उनकी बेटी है वहां के हालात कुछ बेहतर हैं लेकिन आने वाले समय में वहां क्या होगा कुछ कहा नहीं जा सकता है। जिस वजह से वो काफी परेशान हैं और अपने बच्चों को अपने पास लाना चाहते हैं।
वहीं ग्रेटर नोएडा में पढ़ने वाले छात्र जो अफगानिस्तान से आए हैं और यहां के कई बड़े विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर रहे हैं उनको भी अपने घर वालों कि चिंता सता रही है। शारदा यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले छात्र मीर वाइज का अफगानिस्तान के निवासी हैं। अफगानिस्तान के हालात देखकर के उनके मन में डर बैठ गया है और अपने परिवार वालों के लिए काफी परेशान हैं। बता दें कि ऐसे ना जाने कितने ही लोग हैं जो अफगानिस्तान में या तो खुद फंसे हैं या उनका कोई नजदीकि। पूरी दुनिया अफगानिस्तान के इन हालातों के देखकर वहां के लोगों के लिए दुआ कर रही है। लेकिन खौफ हर किसी के मन में है।