यह भी पढ़ें- बदलने वाला है इन राशि वाले लोगों का समय, 11 मई को बन रहा राजयोग बता दें कि क्रिकेटर शमी व उनकी पत्नी के बीच मार्च से विवाद चल रहा है। हसीन ने पति शमी, जेठ हसीब अहमद और अन्य परिजनों के खिलाफ दुष्कर्म, दहेज उत्पीड़न व मारपीट का आरोप लगाते हुए कोलकाता में मुकदमा दर्ज कराया है। उसकी विवेचना चल रही है। अपने पति पर दूसरी महिलाओं से संबंध होने व मैच फिक्सिंग तक का आरोप लगाने वाली हसीन जहां अचानक रविवार सुबह अमरोहा पहुंचीं। उनके साथ बेटी आयरा और वकील जाकिर हुसैन भी साथ थे। सबसे पहले हसीन डिडौली कोतवाली पहुंचीं और ससुराल जाने के लिए पुलिस सुरक्षा मांगी। इसके बाद प्रभारी निरीक्षक ऋषिराम कठेरिया पुलिस टीम के साथ हसीन को लेकर सहसपुर पहुंचे। लेकिन, वहां घर पर ताला लटका था।
यह भी पढ़ें- दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग बोली- चार लाख रुपये नहीं, मुझे इंसाफ चाहिए घर पर ताला होने के कारण हसीन को शमी के चाचा निसार अहमद के घर पर ठहराया गया। इस दौरान शमी के परिवार के चाचा सुल्तान अहमद, मामा मुगीर आलम के साथ अन्य ग्रामीणों ने भी हसीन से बात की। इसके बाद दोपहर करीब दो बजे हसीन अपने वकील के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचीं और अपर जिलाधिकारी एमए अंसारी को शिकायती पत्र सौंपा। इसमें उन्होंने घर में दाखिल कराने का अनुरोध किया। एडीएम ने पत्र पर एएसपी ब्रजेश कुमार को जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया, लेकिन हसीन की उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। इसके चलते वह वापस सहसपुर अलीनगर लौट गई। वहां से सामान लेकर वापस जोया में एक परिचित के यहां ठहरीं। देर शाम तक हसीन जोया में ही ठहरी हुई थीं।