दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने नोएडा प्राधिकरण से डील कर सेक्टर-145 में 60 हजार वर्गमीटर क्षेत्रफल वाले 2 भूखंड ए-1 व ए2 खरीदे हैं। इस भूमि की डील 103.66 करोड़ रुपये में हुई। यहां पर माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपना सबसे बड़ा प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी ने भूखंड ए-4 भी खरीदा है। जिसका इस्तेमाल आईटी/आईटीईएस के उपयोग के लिए होगा। इसके 11683 वर्ग मीटर जमीन का सौदा 24.63 करोड़ में हुआ है। इस जमीन को मेसर्स शिव शिक्षा समिति के नाम पर खरीदा गया है। जिसका उपयोग सीएसआर के तहत सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए होगा।
प्राधिकरण के अधिकारी के मुताबिक लैंड एलॉटमेंट पॉलिसी के मुताबिक कंपनी को एक महीने के भीतर 40 फीसदी आवंटन धनराशि जमा करनी होगी। बाकी की 60 फीसदी रकम 8 छमाही की किश्तों में जमा करा सकते हैं। जब कंपनी 40 फीसदी रकम जमा करा देगी तो प्राधिकरण की तरफ से लीज डीड की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए प्राधिकरण द्वारा 5 वर्ष का समय दिया जाएगा। अगामी 17 अप्रैल को नोएडा प्राधिकरण के स्थापना दिवस पर इस प्रोजेक्ट की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।
नोएडा-एनसीआर में सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को रोजगार जानकारों का कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट के इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से नोएडा और एनसीआर में निवेश तो बढ़ेगा ही। साथ ही रोजगार के अवसर भी खुलेंगे। ऐसे में कंप्यूटर साइंस, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी सर्विसेज और मैनेजमेंट से जुड़े लोगों को बड़ी राहत भी मिलेगी। इसके अलावा अन्य लोगों व आसपास के ग्रामीणों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।