भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर ने 2019 के चुनाव को लेकर किया बड़ा ऐलान, राजनीतिक गलियारों में मची खलबली
बुधवार को इस मामले में फैसला देते हुए हाईकोर्ट ने डीएम द्वारा रासुका लगाने के आदेश को रद्द करते हुए कोर्ट ने पूर्व विधायक योगेश वर्मा को रिहा करने का आदेश दिया। आपको बता दे कि पिछले सप्ताह ही योगी सरकार ने भीम आर्मी संस्थापक चंद्रशेखर को रासुका हटाकर जेल से रिहा कर दिया था। चंद्रशेखर को पिछले साल महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर सहारनपुर जिले के शब्बीरपुर गांव में दलित व राजपूतों के बीच हुए जातीय संघर्ष के बाद जेल भेजा गया था। साथ ही दलित व राजपूत पक्ष से कई अन्य युवकों को भी जेल भेजा गया था।
आपको बता दे कि योगेश वर्मा हस्तिनापुर विधानसभा क्षेत्र बसपा के विधायक रह चुके हैं। वर्तमान में उनकी पत्नी सुनीता वर्मा मेरठ की मेयर हैं। नवंबर-दिसंबर 2017 में हुए निकाय चुनाव में सुनीता वर्मा ने भाजपा की कांता कर्दम को हराकर जीत दर्ज की थी। योगेश वर्मा को बसपा सुप्रीमो मायावती का खास माना जाता है। 2 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद से ही योगेश वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। तब से रासुका लगने के बाद उनको जमानत नहीं मिली थी। जेल में बंद रहने के दौरान ही योगेश वर्मा ने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर चुके हैं।