दरअसल कुछ दिन पहले ही बसपा सुप्रीमों मायावती ग्रेटर नोएडा के कारोबारी संजय भाटी को गौतमबुद्ध नगर लोकसभा सीट का प्रभारी घोषित किया गया। जिसके बाद से वह चर्चाआें में बने रहे। कुछ दिन पहले ही संजय भाटी की कंपनी के बाहर लोगों के हंगामा काटते हुए का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें हंगाम कर रहे लोग आरोप लगा रहे हैं कि लाखों रुपये निवेश कराने के बाद भी पिछले करीब 3 माह से कंपनी उनका रिटर्न नहीं दिया जा रहा है। लोगों की माने ताे कंपनी ने उन्हें 62 हजार रुपये देने पर एक साल तक हर माह 10 हजार रुपये रिटर्न देने का आश्वासन दिया था। कुछ दिन तक कंपनी से पैसा दिया, लेकिन तीन माह से कंपनी की तरफ से कोर्इ रुपया नहीं मिला।
सूत्रों के मुताबित जब खबर बसपा हाईकमान ततक पहुंची तो बर्टी को नुकसान होने से पहले ही उन्होंने लखनऊ में बैठक की जिसमे संजय भाटी भी शामिल हुए और मायावती ने फरमान सुना दिया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। बाताय जा रहा है कि पार्टी की छवि को नुकसान न पहुंचे इसलिए ये कदम उठाया गया है। अब पार्टी की ओर से दूसरा प्रत्याशी घोषित किया जाएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले ग्रेटर नोएडा सीट से विरेंदर डाढ़ा का भी टिकट कट चुका है। वहीं अब देखना होगा की बसपा सुप्रीमों मायावती अपने गृह जनपद से किसे टिकट देती हैं। वैसे अब मायावती के एक करीबी को टिकच मिलने की चर्चा है।